संवाददाता.पटना.राज्य के कला, संस्कृति एवं युवा विभाग के मंत्री शिवचंद्र राम ने आज बिहार में सेंसर बोर्ड के क्षेत्रीय कार्यालय स्थापित करने की मांग सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय, भारत सरकार को एक पत्र लिख कर की। सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय, भारत के मंत्री वैंकया नायडू को लिखे पत्र में उन्होंने कहा कि पिछले सात दशकों से बिहार में भोजपुरी, मैथिली, मगही, सूरजापुरी, अंगिका और बज्जिका भाषा में फिल्मों का निर्माण बड़े पैमाने पर हो रहा है। इसलिए आज बिहार में सेंसर बोर्ड का एक क्षेत्रीय कार्यालय मूलभूत आवश्यकता बन गई है, ताकि यहां के फिल्म मेकरों को बिहार से बाहर नहीं जाना पड़े।
श्री राम ने आठ फरवरी 2016 को मंत्रालय को लिखे पत्र का जिक्र करते हुए पत्र में लिखा कि यहां की सैकड़ों फिल्म हर साल सिर्फ इस कारण से परदे तक नहीं पहुंच पाती है, क्योंकि उन फिल्मों के लिए फिल्म मेकरों को सेंसर प्रमाण पत्र लेने मुंबई जाना पड़ता है। यह सबों के लिए संभव नहीं हो पाता है और उनकी मेहनत बेकार हो जाती है। इसका सीधा असर सिनेमाघरों की संख्या पर पड़ रहा है। उन्होंने सूचना प्रसारण मंत्री को लिखे पत्र में बिहार में सेंसर बोर्ड की क्षेत्रीय कार्यालय की स्थापना करने अनुरोध करते हुए लिखा कि इस मामले में केंद्र सरकार जल्द से जल्द संज्ञान लेकर सेंसर बोर्ड के क्षेत्रीय कार्यालय की स्थापना बिहार में करे।