15 लाख के इनामी उग्रवादी डिंबा का आत्मसमर्पण

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संवाददाता.खूंटी.प्रतिबंधित नक्सली संगठन भाकपा माओवादी की क्षेत्रीय कमेटी के कमांडर और 15 लाख के इनामी हार्डकोर डिंबा पहान ने शनिवार को डीआइजी राजकुमार लकड़ा, सीआरपीएफ के डीआइजी राजीव राय और एसपी अश्विनी कुमार सिन्हा के समक्ष आत्मसमर्पण कर दिया। वह कुख्यात उग्रवादी कुंदन पहान और श्याम पहान का बड़ा भाई है। उस पर घोषित इनाम की राशि 15 लाख रुपये का चेक भी पुलिस अधिकारियों ने उसे सौंपा।

खूंटी के एसपी कार्यालय में आयोजित कार्यक्रम में डीआइजी लकड़ा और एसपी अश्विनी कुमार सिन्हा ने बताया कि डिंबा ने विधायक रमेश सिंह मुंडा, बुंडू के अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी प्रमोद कुमार और इंस्पेक्टर फ्रांसिस इंदवार की हत्या में डिंबा ने अपनी संलिप्तता स्वीकार की है। उसके खिलाफ जिले के विभिन्न थानों में 18 से अधिक मामले दर्ज हैं। सिर्फ अड़की थाने में डिंबा के खिलाफ हत्या, अपहरण सहित अन्य संगीन मामलों को लेकर 14 मामले दर्ज हैं। एसपी ने बताया कि वह 1998 में संगठन में शामिल हुआ था।1999 में वह पहली बार गिरफ्तार हुआ और जेल गया। अब तक वह चार बार जेल जा चुका है।2008 में जेल से जमानत पर रिहा होने के बाद उसका कोई अता-पता नहीं था। डिंबा छह भाइयों में सबसे बड़ा है। इससे छोटा श्याम और सबसे छोटा कुंदन पहान है। दोनों भाई माओवादी संगठन के शीर्ष पद पर रहे हैं। आत्मसमर्पण करने वाले उग्रवादी डिंबा ने बताया कि कुंदन पहान को संगठन से निकाल दिया गया है।

 

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