संवाददाता.चतरा.झारखंड के चतरा जिले में पोस्ता यानी अफीम की खेती के खिलाफ अभियान को लगातार अंजाम दिया जा रहा है। चतरा जिले के विभिन्न हिस्सों में इसकी खेती को सरकार के स्तर से लगातार चोट पहुंचायी जा रही है। लोगों को पोस्ता की खेती करने से बाज आने की चेतावनी भी प्रशासन और पुलिस की ओर से दी जा रही है।
सोमवार को चतरा जिले के विभिन्न हिस्सों में करीब 11 एकड़ जमीन में पोस्ते की खेती को नष्ट किया गया। चतरा एसपी अंजनी कुमार झा के निर्देश पर राजपुर पुलिस ने सोमवार को पोस्ता विरोधी अभियान चलाया। इस दौरान पुलिस ने बेंगोकला पंचायत के विभिन्न गांवों व पहाड़ की तलहट्टियों की जंगली जमीन पर लगे छः से सात एकड़ की पोस्ते की खेती को पूरी तरह से नष्ट कर दिया। इससे पहले पुलिस के गांव पहुंचते की आहट लगते ही पोस्ता करने वाले ग्रामीण गांव से फरार हो गये। बहरहाल पुलिस पोस्ते की जिस खेत में खेती की गयी है उसके मालिक और खेती करने वाले लोगों की तलाश कर रही है। आरोपियों पर एनडीपीएस एक्ट के तहत प्राथमिकी दर्ज की जाएगी। पुलिस द्वारा बताया गया है कि यह अभियान पोस्ते की खेती को नष्ट किये जाने तक जारी रहेगा। अभियान में राज्य पुलिस के साथ-साथ सीआरपीफ के जवान भी शामिल हैं।
दूसरी ओर चतरा जिले के वशिष्ठ नगर थाना क्षेत्र के सजना मानामात गांव के जंगली क्षेत्र में लगे पोस्ते की खेती को पुलिस द्वारा नष्ट किया गया। पुलिस को गुप्त सूचना मिली थी कि सजना मानामा गांव में करीब पांच एकड़ भूमि पर अवैध तरीके से पोस्ते की खेती की जा रही है। फिर पुलिस के अधिकारी और जवान वहां पहुंचे और वाहन से खेत की जुताई कर पोस्ते की खेती को नष्ट कर दिया। इस मामले में अज्ञात लोगों के खिलाफ एनडीपीएस एक्ट के तहत पुलिस ने मामला दर्ज किया है।