निशिकांत सिंह.पटना.गरीब,किसान,मजदूरों के हित की लड़ाई हमेशा से लड़ते रहे है और लड़ते रहेंगे.यह बाते आज उपमुख्यमंत्री तेजस्वी प्रसाद यादव ने भभुआ के पूर्व विधायक रामचंद्र सिंह यादव एवं उनकी पत्नी नीतू चंद्र यादव को राजद की सदस्यता दिलाते हुए राजद प्रदेश कार्यालय में आयोजित मिलन समारोह को सम्बोधित करते हुए कही.
उन्होने कहा की रामचंद्र यादव जी का राजद मे स्वागत करते है.वे समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष रह चुके हैं तथा उनकी विचार धारा समाजवाद के समर्थन मे रहीं है.वे राजद मे आकर इस विचार धारा को और मजबूत करेगे और पार्टी को सीचने मे सहयोग करेगे.आने वाले दिनों मे वे पार्टी को और मजबूत करेगे तथा गरीब, अल्पसंख्यक, किसान,मजदूर को उनका हक दिलाने के लिये राजद के अभियान को मज़बूती प्रदान करेगे.
हमलोगों का संकल्प है की सामाजिक न्याय की धरती बिहार पर बी.जे.पी को आने नहीँ देगे. हमारी पार्टी चाहती है की गरीबी मिटे.गरीब मजदूर ,किसान का कल्याण हो उनके घर खुशहाली आये.हमलोग सामन्तियों के खिलाफ लड़े है अब पूँजी पतियों के खिलाफ लड़ना है. पत्रकारों के सवालों का जबाब देते हुए तेजस्वी यादव ने कहा कि मुझे ताज्जुब हो रहा है पता नहीं सुशील मोदी जैसे अज्ञानी व्यक्ति कैसे 8 साल सरकार के खजाना मंत्री रहे। इतने साल राजनीति में रहने के बावजूद इनको राज्य सरकारो द्वारा अंतरराष्ट्रीय वितीय संस्थानों से लोन लेने की प्रक्रिया भी नहीं पता। अंतरराष्ट्रीय एजेंसी से लोन लेने से पहले केंद्र सरकार के सम्बंधित विभाग और मंत्रालय की अनुमति लेनी पड़ती है। उसके बाद ही उस वितीय संस्थान और राज्य सरकार के बीच एग्रीमेंट होता है.
तेजस्वी यादव ने कहा कि दरअसल बिहार सरकार एशियन डेवलपमेंट बैंक से राज्य में 650 किलोमीटर लंबी सड़कों का कॉरिडोर बनाने के लिए एग्रीमेंट की प्रक्रिया आगे बढ़ा रही है। जिसमे कुल प्रोजेक्ट की 70% लागत ADB के लोन और 30% राज्य सरकार अपने संसाधनों से वहन करेगी। बाद में यह लोन बिहार सरकार ने ही चुकता करना है। लेकिन ये महोदय जनता को भर्मित कर कह रहे है कि सब केंद्र सरकार कर रही है। इनको जानकारी का घनघोर अभाव है। केंद्र सरकार किसी पर कोई अहसान नहीं कर रही है यह नियमित प्रक्रिया है। वैसे सुशील मोदी जी इतना अल्पज्ञान तो आपको होगा ही कि केंद्र सरकार को पैसा राज्यों से ही मिलता है।
तेजस्वी ने कहा कि एक पल के लिए आपके तर्क पर जाऊँ तो जब 8 साल आप सरकार में थे उस वक़्त बिहार में जो विकास कार्य हुए तो उसका सारा श्रेय तत्कालीन UPA की केंद्र सरकार को जाना चाहिए। इसका मतलब आप क्या झाल बजा रहे थे? उस वक़्त केंद्र प्रायोजित अनेकों योजनाओं में केन्द्रांश 90% फीसदी होता था जो आपकी अपनी मोदी सरकार ने घटाकर 60 फीसदी कर दिया है।
उपमुख्यमंत्री ने केन्द्र सरकार और प्रधान मंत्री श्री नरेंद्र मोदी पर करारा निशाना करते हुए कहा की वे इंडिया की चर्चा करते है किंतु भारत की चिंता नहीँ करते है.अमीरों की वे चिंता करते है, दो करोड़ नौजवानों को रोज़गार देने की बात कही थी मगर 22 करोड़ लोगो के रोज़गार पर आँच आ गयी है. आतंकवादियो से काला पैसा निकलवाने की बात कही थी मगर कोई परिणाम नहीँ निकाल रहा है.अनाज की पैदावार अच्छी हुई है मगर नोट बंदी के कारण किसानों का बुरा हाल है.चाय, पान,किराना स्टोर मे मंदी छाई हुई है,भ्रष्टाचार बढ़ गया है काला धन का 50% आयकर को दे दे और 50%अपने पास रख लें तब काला धन जमा करने वालो का नाम भी नहीँ बताया जाएगा.इस कानून से काला धन को बढ़ावा मिलेगा.जो बैंक से सफ़ेद पैसा लेकर विदेश चले गये है उनपर आपने क्या किया,ये जनता जानना चाहती है.जब नोट बंदी का फैसला ग़लत समझने लगे तब कैशलेस की बात करने लगे. हर जगह इंटेरनेट ,बैंक और आधार भूत संरचना नहीँ है फिर भी कैशलेस की बात कर रहे है. वे गरीबी नहीँ गरीब को मिटाना चाहते है.