हिमांशु शेखर.रांची.मुख्यमंत्री रघुवर दास ने कहा कि ग्राम उद्योग आधारित अर्थव्यवस्था के द्वारा अर्थव्यवस्था को मजबूत बनाया जा सकता है और गांधीजी के इसी सोच के साथ हमें गांवों का विकास करना है. उन्होंने कहा कि गांवों का विकास होगा तभी राज्य का विकास होगा.मुख्यमंत्री रांची के मोरहाबादी मैदान में आयोजित खादी एवं सरस महोत्सव 2017 के उदघाटन के मौके पर अपने विचार व्यक्त कर रहे थे.
उन्होंने कहा कि झारखंड से लोगों का पलायन रोकने के लिए मध्यम,लघु और कुटीर उद्योग को स्थापित किया जाएगा,तभी गांवो से बेरोजगारी खत्म हो पाएंगी.उन्होंने बताया कि आनेवाले बजट बेरोजगारी मिटाने वाला और गरीबी दूर करने वाला होगा. उन्होंने कहा कि सरकार सभी को नौकरी नहीं दे सकती,लेकिन राज्य के युवाओं को हुनरमंद जरूर बना सकती है और खादी बोर्ड के माध्यम से इस दिशा में कार्य किया जा रहा है. सरकार कौशल विकास के माध्यम से युवाओं को प्रशिक्षित करेगी. अगले बजट में गरीबी दूर करने के लिए लोगों को स्वरोजगार से जोड़ने से संबंधित योजनाएं लायी जायेंगी. महिलाओं का कौशल विकास किया जायेगा. हर प्रखंड में डेयरी फार्म खोला जायेगा. महिलाओं को गाय दी जायेंगी. मुख्यमंत्री श्री दास ने कहा कि गरीबी के कारण हम अपने धर्म और संस्कृति को नहीं छोड़ सकते हैं.
महाराष्ट्र खादी बोर्ड और उड़ीसा खादी बोर्ड के अध्यक्ष के मेले में आने पर मुख्यमंत्री ने उनकी तारीफ करते हुए कहा कि प्रधानमंत्रीजी के सपने को साकार करने की दिशा में दोनों राज्य झारखंड का साथ दे रहे है और राज्यों के बीच समन्वय स्थापित करने दिशा में कार्य कर रहे है. ओड़िशा और महाराष्ट्र के खादी बोर्ड के साथ मिलकर मधुमक्खी पालन को बढ़ावा देने की दिशा में काम किया जायेगा. दूसरे राज्यों की अच्छी नीतियों को अपनाने की जरूरत है. ग्रामोद्योग से ही गांवों का विकास संभव है.
इस अवसर पर नगर विकास मंत्री सीपी सिंह, झारखंड खादी बोर्ड के अध्यक्ष संजय सेठ ने भी अपने विचार व्यक्त किये.मेले के उदघाटन मौके पर सांसद महेश पोद्दार, पद्मश्री अशोक भगत, महाराष्ट्र खादी बोर्ड के अध्यक्ष विशाल चोरदिया,ओड़िशा खादी बोर्ड के अध्यक्ष तेजेश्वर परिदा, विधायक नवीन जायसवाल, रामकुमार पाहन, गंगौत्री कुजूर सहित काफी संख्या में लोग मौजूद थे.