संवाददाता.रांची. महिला-बाल विकास एवं सामाजिक सुरक्षा मंत्री डा. लुईस मरांडी ने कहा कि वन स्टॉप सेन्टर स्नेहमयी केन्द्र के तौर पर अपनी पहचान स्थापित करे. इसके लिए हमसब को प्रयास करना है. हमें यह सुनिश्चित करना है कि पीड़ित महिलाओं और बालिकाओं को किसी तरह की परेशानियों का सामना नहीं करना पड़े. इस केन्द्र में हर तरह की हिंसा से पीड़ित महिलाओं की शिकायतों को सुना जायेगा और उचित परामर्श के बाद उनकी समस्याओं के निदान हेतु प्रयास किया जायेगा.
श्रीमती मरांडी आज कांके स्थित रिनपास परिसर में महिलाओं और बालिकाओं के लिए वन स्टॉप सेन्टर फॉर वूमेन- सखी के उदघाटन समारोह को संबोधित कर रहीं थी.उन्होंने कहा कि आनेवाले दिनों में इस तरह का सेन्टर धनबाद,जमशेदपुर और दुमका के बाद राज्य के अन्य जिलों में भी प्रस्तावित है. किसी भी तरह की हिंसा से पीड़ित महिलाओं के लिए हेल्पलाइन नंबर 0651 2451911 और वेबसाईट जारी किया गया है. हेल्पलाइन नंबर में फोन कर समस्या से अवगत कराने पर पीड़ित को तत्काल मदद पहुंचाई जायेगी. इसके लिए सेन्टर में कार्यरत कर्मियों को स्पष्ट निर्देश दिया गया है.
इस अवसर पर स्वास्थ्य मंत्री रामचंद्र चंद्रवंशी ने कहा कि प्रताड़ित महिलाओं और बालिकाओं की सुरक्षा एवं उनकी समस्याओं के निराकरण का दायित्व राज्य सरकार के चार विभाग निभायेंगे. इसके तहत चिकित्सीय आपातकालीन सहायता व बचाव, चिकित्सकीय सहायता, महिला को एफआईआर दर्ज कराने में सहायता प्रदान करना,मनोवैज्ञानिक और सामाजिक परामर्श व सहायता,विधिक परामर्श और आपातकालीन आश्रय सुविधा प्रदान की जायेगी. कहा कि घर के अन्दर अथवा बाहर किसी भी रूप् में हिंसा अथवा उत्पीड़न की शिकार महिला,विषम परिस्थिति से ग्रसित महिला को एक छत के नीचे सभी सेवाओं की उपलब्धता सुनिश्चित करना सेंटर का लक्ष्य है.
वन स्टॉप सेन्टर-.सखी में राज्य सरकार के महिला,बाल विकास एवं सामाजिक सुरक्षा विभाग, गृह कारा एवं आपदा प्रबन्धन विभाग, सूचना एवं जनसम्पर्क विभाग, झारखण्ड विधिक सेवा प्राधिकार एवं स्वास्थ्य, चिकित्सा, शिक्षा एवं परिवार कल्याण विभाग से समन्वय स्थापित कर सेन्टर का संचालन सुनिश्चित किया जायेगा.इस अवसर पर अपर मुख्य सचिव स्वास्थ्य सुधीर त्रिपाठी, प्रधान सचिव महिला बाल विकास एवं सामाजिक सुरक्षा विभाग मुखमित सिंह भाटिया, निदेशक समाज कल्याण रविन्द्र प्रसाद सिंह, निदेशक रिनपास मौजूद थे.