संवाददाता.रांची.झारखंड के मुख्यमंत्री रघुवर दास ने कहा कि मोबाइल, आधार और जन धन खाता की मदद से हम अपने गांव-पंचायत को कैशलेस बना सकते हैं.उन्होंने आहवान किया कि 31 मार्च 2017 तक पूरे राज्य को कैशलेस बनाने में सहयोग करें. 30 दिसंबर 2016 तक राज्य के 29 प्रखण्ड कैशलेस ब्लॉक की श्रेणी में आ जायेंगे.अब किसान भाई अपनी जिम्मेवारी का निर्वाहन करें और राज्य को कैशलेस बनाने में राज्य सरकार का सहयोग करें. भारत का पहला कैशलेस राज्य झारखण्ड को बनायें.किसानों की समृद्धि और उनके चेहरे पर खुशहाली लाना सरकार की प्राथमिकता है.
मुख्यमंत्री कैशलेस झारखण्ड कृषक संवाद-2016 में किसानों, मत्स्य मि़त्रों, गोकुल मि़त्रों व अन्य को संबोधित कर रहे थे.मुख्यमंत्री ने कहा कि किसान जनधन, रूपे कार्ड और मोबाइल बैंकिंग को प्रोत्साहित करें.किसान भी कैशलेस को बढ़ावा दें और थामें विकास का दामन. नकद रहित समाज, पंचायत, गांव, प्रखण्ड और जिला बनाने के लिए धैर्य का परिचय देकर प्रयास करना होगा. इससे देश और राज्य की अर्थव्यवस्था सुदृढ़ होगी.
श्री दास ने कहा कि गरीब महिलाओं को राज्य सरकार आत्मनिर्भर और स्वावलंबी बनाने के लिए चार लाख रूपये मुर्गी पालन के लिए उपलब्ध करायेगी. मुर्गी पालन के जरिये अंडा का उत्पादन होगा, जो गांव में संचालित स्कूलों में सप्लाई होगा.सरकार झारखण्ड को दुग्ध उत्पादन में आत्मनिर्भर बनाने के लिए पूरा सहयोग करेगी. मत्स्य उत्पादन में हम आगे बढ़ चुके हैं. हर क्षेत्र में हमें आगे बढ़ना है.जरूरत है सियासत की बातों को दरकिनार कर तेजी से विकास का दामन थामने की. नोटबंदी से भ्रष्टाचार, आतंकवाद, उग्रवाद की कमर टूटी है और जनता राहत की सांस ले रही है. मुख्यमंत्री ने किसानों से अपने-अपने गांव को खुले में शौच मुक्त करने की भी अपील की. सभी से अपने घर में शौचालय बनवाने और उसका इस्तेमाल करने के लिए कहा.
इस अवसर पर कृषि, पशुपालन एवं सहकारिता मंत्री रणधीर कुमार सिंह ने कहा कि राज्य सरकार की प्राथमिकता कृषक के जीवन में बदलाव लाना है. झारखण्ड को हरित राज्य बनाने और किसानों को समृद्ध बनाने का प्रयास सरकार कर रही है. मांडर विधायक गंगोत्री कुजूर ने कहा कि नकद लेनदेन से व्यवस्था में बदलाव आया है.इससे पूर्व कृषकों को कैशलेस की जानकारी बैंक ऑफ इंडिया के प्रतिनिधियों ने दी. संवाद कार्यक्रम में बीज उत्पादक किसानों को मुख्यमंत्री ने प्रमाण पत्र देकर सम्मानित किया. मुख्यमंत्री से प्रमाण पत्र पाने वालों में चरवा उरांव, भास्कर मांझी, देवेन्द्र नाथ महतो, सुकर उरांव, अशोक कुमार मेहता शामिल हैं.
इस अवसर पर मुख्य सचिव राजबाला वर्मा, विकास आयुक्त अमित खरे, विशेष सचिव पूजा सिंघल, सचिव कृषि, पशुपालन एवं सहकारिता नितिन मदन कुलकर्णी, निदेशक मत्स्यराजीव कुमार, नबार्ड के सीजेएम, बैंक ऑफ इंडिया के मुख्य प्रबंधक खालिद परवेज व अन्य लोग मौजूद थे.