संवाददाता.पटना.लोक जनशक्ति पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष पशुपति कुमार पारस एवं प्रदेश प्रवक्ता अशरफ अंसारी ने कहा कि बिहार बदहाली की स्थिति में आ गया है और नीतीश कुमार प्रशासनिक तंत्र के साथ यात्रा कर रहे हैं. बिहार में आज हत्या,लूट,अपहरण,बलात्कार, गैंगरेप, रंगदारी, बैक-लूट जैसी घटनाएं आम बात हो गई है. यहां अपराधियों का मनोबल इतना बढ गया है कि थाना परिसर के बगल में और वरीय पुलिस पदाधिकारियों के आवास से महज एक से दो किलो मीटर की दूरी पर आज जिस तरह एटीएम गार्ड की वीभत्स हत्या की गई है, इससे पटना शहर सिहर उठा है और अब ऐसा लगता है कि बिहार में पुलिस प्रशासन पंगु हो गई है और अपराधियों के आगे नतमस्तक हो गई है. वही सभी वरीय पदाधिकारियों के साथ नीतीश कुमार यात्रा कर रहे है.
इन नेताओं ने एक बयान में कहा कि बिहार की विधि व्यवस्था तो चौपट हो ही गई है साथ ही विकास भी ठप हो गया है. बिहार सरकार के शिक्षा विभाग का कारनामा जग जाहिर है और टॉपर घोटाला जैसी घटना से पुरे बिहार का चेहरा कलंकित हुआ और उस घटना की किंग पिन कही जाने वाली उषा सिन्हा की जमानत सरकार के उदासीन रवैये के कारण निचली अदालत से ही हो गई और शिक्षा विभाग का हालत यह है कि प्रतिदिन कही शिक्षक बहाली में घोटाला तो कही कुलपति प्रतिकुलपति और परीक्षा नियंत्रक द्वारा कथित रूप से अपने रिश्तेदारो को बहाल करने तो कही कनीय शिक्षको को प्रभारी प्राचार्य बनाने तो कही शिक्षको की अवैध नियुक्ति का मामला तो लगता है कि बिहार सरकार में रोज मर्रे की बात हो गई है और इस पर कोई अंकुश लगता नहीं दिख रहा है. और तो और सबसे हास्यास्पद बात तो यह है कि पटना में प्राथमिक विद्यालय में पिछले 40 बर्षों से न तो बिजली है और नहीं बच्चों के पढने लिखने का कोई संसाधन या शौचालय है. यही स्थिति लगभग पुरे बिहार के अधिकतर विद्यालयों की है तो वही दुसरी ओर नीतीश कुमार अपनी यात्राओं में सिर्फ विद्यालय और महाविद्यालय खोलने का डपोरशंखी भाषणवाजी कर रहे है.इन नेताओं ने कहा कि कुछ ऐसी ही स्थिति बिहार सरकार के स्वास्थ्य विभाग की भी है, कल ही रात्री में एक निजी चैनल द्वारा दिखाया गया जिसमें पुरे पटना के सभी सरकारी अस्पतालों के ईमरजेंसी वार्ड के डाक्टर या तो नदारद रहे या फिर सोये पाये गये. पटना के जो मुख्य अस्पताल है जैसे कि पी0एम0सी0एच0, एन0एम0सी0एच0 में मरीजों को कोई देखने वाला नहीं है और वहा की स्थिति नारकीय बनी हुई है. आम जनता को दवा नही मिलता है आधे से अधिक रोगो का समुचिज ईलाज नही हो पाने के कारण मृत्यु हो जाती है. और इन गरीब जनता का कोई सुध लेने वाला नहीं है.नीतीश कुमार की इस यात्रा का भी हस्र पिछली यात्राओं की तरह ही होगा. ये सिर्फ बिहार की गरीब जनता की गाढी कमाई को फिजुल खर्ची में उडा रहे है और इन यात्राओं से बिहार का कुछ भी भला होने वाला नही है.