संवाददाता.पटना.भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष नित्यानंद राय ने कहा है कि आज अति पिछड़ों को आरक्षण का जो लाभ मिल रहा है वह नीतीश कुमार की नहीं बल्कि भाजपा नेताओं की देन है, जो उस वक्त एनडीए की सरकार में शामिल थे.श्री राय आज यहां प्रदेश भाजपा मुख्यालय में आयोजित प्रदेश भाजपा अति पिछड़ा मंच कार्यसमिति बैठक को संबोधित कर रहे थे.
उन्होंने कहा कि तत्कालीन मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को यह भी नहीं मालूम था कि किस जाति और समाज के लोगों को अति पिछड़ी जाति में शामिल कर उन्हें आरक्षण का लाभ दिया जाए. नीतीश कुमार की नजर में सिर्फ लोहरा, नाई और मालाकार जाति ही इस संवर्ग के लिये थे. लेकिन सरकार में शामिल भाजपा कोटे के मंत्रियों नंदकिशोर यादव, डा.प्रेम कुमार, अश्विनी कुमार चौबे और चन्द्रमोहन राय के अथक प्रयास से 19 अन्य जातियों को इस श्रेणी में लाया जा सका. इसलिए अति पिछड़ों के विकास का श्रेय लेने का नीतीश कुमार न तो को कोई अधिकार है और न ही हक. उन्होंने कहा कि अति पिछड़ा समाज भाजपा की ताकत है. इस समाज के बिना सरकार बनाने की पार्टी कल्पना ही नहीं कर सकती है.
वरिष्ठ भाजपा नेता और बिहार विधान सभा की लोक लेखा समिति के अध्यक्ष नंदकिशोर यादव ने बैठक को संबोधित करते हुए कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी इस बात को लेकर काफी चिंतित है कि सरकार की तमाम योजनाओं का लाभ समाज के अंतिम व्यक्ति तक कैसे पहुंचे. पर्यावरण संतुलन, अमीर का पैसा बाहर निकालों, उज्जवला योजना आदि केन्द्रीय योजनाओं की विस्तार से चर्चा करते हुए श्री यादव ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के दृष्टिकोण को समाज में जितनी दूर और गहराई तक ले जायेंगे पार्टी को उतना ही लाभ मिलेगा. बैठक की अध्यक्षता मंच के प्रदेश अध्यक्ष प्रमोद चंद्रवंशी ने की. बैठक का शुभारंभ पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष नित्यानंद राय, वरिष्ठ नेता नंदकिशोर यादव, पार्टी की राष्ट्रीय उपाध्यक्ष रेणु देवी ने सामूहिक रूप से दीप प्रज्जवलित कर किया. इस अवसर पर पार्टी के संगठन सह मंत्री शिव नारायण , प्रदेश मंत्री मृत्युंजय झा, नीलम सहनी, विधायक केदार गुप्ता सहित बड़ी संख्या में अति पिछड़ा मंच के पदाधिकारी और कार्यकर्ता उपस्थित थे. बैठक को सफल बनाने में सुरेन्द्र मेहता, पूर्व विधायक बेगूसराय, मंच के प्रदेश मंत्री जयनाथ चौहान, उपाध्यक्ष लल्लू शर्मा, केदार सहनी, विजय रंजन ठाकुर, राजदेव पंडित ने महत्वपूर्ण भूमिका अदा की.