निशिकांत सिंह.पटना.बिहार विधान मंडल के दोनों सदन आज भी हंगामेदार रहा.विधानसभा में सत्तापक्ष के सदस्यों के कल के अमर्यादित व्यवहार को लेकर विपक्ष जहां निंदा प्रस्ताव लाने की जिद पर अड़ा रहा वहीं परिषद में भी एकदूसरे से सार्वजनिक माफी मांगे जाने की मांग पर भाजपा-राजद में नोंक झोक व तकरार होती रही.हंगामे के कारण परिषद की बैठक को तीन बार स्थगित करनी पड़ी.
विधानसभा में कल की घटना पर स्पीकर ने सर्वदलीय बैठक बुलाई जिसमें सदन की बैठक सुचारू ढंग से चलाने का निर्णय नहीं लिया जा सका.प्रतिपक्ष के नेता प्रेम कुमार इस बात पर अड़े रहे कि कल की घटना पर निंदा प्रस्ताव लाया जाए,जो सत्तापक्ष को मंजूर नही हुआ.नतीजतन बैठक शुरू होते ही भाजपा सदस्य वेल में आकर नारेबाजी करने लगे.हंगामे के बीच ही किसी तरह प्रश्नोत्तरकाल चलाया गया.भोजनावकाश के बाद भी भाजपा सदस्यों का हंगामा जारी रहा और मात्र 15 मिनट में हंगामे के बीच आर्यभट्ट विवि संशोधन विधेयक व बिहार राज्य विवि संशोधन विधेयक पारित कराया गया.
उधर विधान परिषद में दिनभर हंगामा होता रहा.राजद के सदस्य जहां सुशील मोदी के उस बयान पर माफी मांगने पर अड़ा था जिसमें उन्होंने सोनिया,लालू व केजरीवाल को कालाधन का दलाल बताया था.जबकि भाजपा राबड़ी देवी से सार्वजनिक माफीनामा की मांग करता रहा जिसमें राबड़ी देवी ने नीतीश कुमार व मोदी को लेकर अमर्यादित टिप्पणी की थी.पक्ष-विपक्ष के हंगामे के बीच सदन चलाना मुश्किल हुआ इसलिए तीन तीन बार हैठक स्थगित करनी पड़ी.अंत में इस सदन में भी हंगामे के बीच बिहार वित्त सेवा (चयन द्वारा नियुक्ति)(निरसन) विधेयक पारित किया गया.