संवाददाता.पटना.एनडीए सरकार के दौरान स्वीकृत पीपीमोड की दो सड़क और एक पुल की महत्वाकांक्षी परियोजना का काम पांच साल बाद भी अटका पडा है. पीपीपी मोड में बनने वाली रजौली- बख्तियारपुर फोर लेन सड़क परियोजना को जब पांच साल बाद भी राज्य सरकार प्रारंभ नहीं करा पाई तो पांच साल बाद अब उसका निर्माण केन्द्र सरकार को सौंप दिया है.यह आरोप लगाया है भाजपा के वरिष्ठ नेता सुशील मोदी ने.
एक बयान में सुशील मोदी ने कहा कि आरा-मोहनिया फोर लेन का निर्माण कार्य भी अब तक अधर में है.राज्य सरकार न खुद इसका काम प्रारंभ करा पा रही है और न केन्द्र सरकार को वापस कर रही है. पीपीपी मोड के तहत कुल खर्च का 30-30 प्रतिशत राज्य व केन्द्र सरकार तथा 40 प्रतिशत राशि निर्माण कराने वाली एजेंसी को वहन करना था.
इसी प्रकार पीपीपी मोड के तहत ही बख्तियारपुर-ताजपुर के बीच गंगा नदी पर निर्माणाधीन पुल का काम भी पांच वर्षों से अटका हुआ है. 2010 में इस पुल का निर्माण कार्य प्रारंभ हुआ, 2015 में निर्माण कार्य पूरा हो जाना था, मगर अब तक 40 प्रतिशत काम भी पूरा नहीं हो पाया है. मुख्यमंत्री बतायें कि पांच साल बाद भी पुल का निर्माण कार्य मंथर गति से क्यों चल रहा है? रजौली-बख्तियारपुर फोर लेन का काम अब तक अधर में क्यों है? अगर आरा-मोहनिया फोर लेन का पीपीमोड में काम प्रारंभ कराने में राज्य सरकार अक्षम है तो केन्द्र सरकार को क्यों नहीं वापस कर दे रही है?