निशिकांत सिंह. पटना. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने आज मौलाना मजहरूल हक ऑडिटोरियम में विकसित बिहार के सात निश्चय के अन्तर्गत ‘घर तक पक्की गली, नालिया’ निश्चय का शुभारंभ किया. इस अवसर पर आयोजित समारोह को संबोधित करते हुये मुख्यमंत्री ने कहा कि सात निश्चय चुनाव के पूर्व महागठबंधन का साझा कार्यक्रम हिस्सा था और जब चुनाव के बाद महागठबंधन की सरकार बनी तो सात निश्चय को कैबिनेट से मंजूरी ली गयी तथा इस पर काम शुरू हुआ. यह समयबद्ध कार्यक्रम है और इसे समय-सीमा के अंदर पूरा करने के लिये मिशन मोड में कार्य करने का लक्ष्य रखा गया है. उन्होंने कहा कि छठ महापर्व के बाद 9 नवम्बर से ‘निश्चय यात्रा’ पर निकलेंगे.इस मौके पर उन्होंने घोषणा की कि बिहार में सातवां वेतनमान समय पर लागू हो जायेगा.
इस अवसर पर आयोजित समारोह को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि पूर्व से भी जो कार्यक्रम थे, जिनका कार्यान्वयन मिशन मोड में चल रहा था, जैसे कृषि रोड मैप, मानव विकास मिशन इत्यादि, इन सभी को बिहार विकास मिशन में मिलाकर समेकित स्वरूप प्रदान किया गया. सात निश्चय का क्रियान्वयन संबंधित विभागों को करना है किन्तु इसका अनुश्रवण बिहार विकास मिशन के जिम्मे है. मुख्यमंत्री ने कहा कि सात निश्चय का क्रियान्वयन अब लोगों के सामने है. उन्होंने कहा कि वर्ष 2015 में कुछ और घोषणायें की गयी थी. उन्होंने कहा कि हम दस साल से जनता के दरबार में मुख्यमंत्री कार्यक्रम में सम्मिलित होते थे. प्रमण्डल से लेकर थाना स्तर तक अधिकारियों को जनता के दरबार में उपस्थित होने हेतु दिन एवं समय निर्धारित था. दस साल के तजूर्बे पर हमने अनुभव किया कि इसमें लोगों को अपनी बात रखने का अवसर प्राप्त होता है, उनकी समस्याओं का समाधान भी होता है किन्तु उनके समस्या के समाधान का कोई गारंटी नहीं है.महसूस किया कि अब समय आ गया है कि इसे कानूनी अधिकार दिया जाय. 5 जून 2016 को सम्पूर्ण क्रांति दिवस तथा विश्व पर्यावरण दिवस के अवसर पर लोगों के शिकायतों के निवारण के लिये कानूनी अधिकार प्रदान किया गया और बिहार पहला राज्य है, जहां लेागों को इस प्रकार का अधिकार प्राप्त है.
उन्होंने कहा कि इसके पूर्व लोक सेवा अधिकार कानून लागू किया गया था. लोगों को आय एवं जाति प्रमाण-पत्र तथा अन्य प्रमाण-पत्रों को लेने के लिये महीनों कार्यालयों का चक्कर लगाना पड़ता था. लोक सेवा अधिकार कानून लागू किये जाने के बाद निर्धारित तिथि पर लोगों को प्रमाण-पत्र प्राप्त होने लगे और पांच वर्षों में चैदह करोड़ से अधिक आवेदनों का निष्पादन हुआ है. मुख्यमंत्री ने कहा कि 9 जुलाई 2015 को नारी सशक्तिकरण के एक कार्यशाला में महिलाओं की ओर शराबबंद करने के संबंध मे आवाज आयी. मुझे बोलना पड़ा कि अगली बार सरकार में आये तो शराबबंद कर देंगे. सरकार में आने के बाद शराबबंदी लागू किया गया और शराबबंदी से कितना बड़ा परिवर्तन आया है, यह जाकर कोई गांवों में देख ले.
मुख्यमंत्री ने कहा कि सात निश्चय की योजनाओं का क्रियान्वयन शुरू हो चुका है. एक निश्चय महिलाओं को 35 प्रतिशत आरक्षण सरकार बनने के दो महीने के अंदर लागू कर दिया गया. दो निश्चय हर घर नल का जल एवं शौचालय निर्माण निश्चय का शुभारंभ 27 सितम्बर को किया जा चुका है. एक अन्य निश्चय आर्थिक हल, युवाओं को बल के तहत बिहार स्टुडेंट क्रेडिट कार्ड योजना, मुख्यमंत्री निश्चय स्वयं सहायता भता योजना तथा कुशल युवा कार्यक्रम को 2 अक्टूबर से लागू कर दिया गया है. उन्होंने कहा कि मुझे खुशी है कि आज घर तक पक्की गली, नालियां योजना का शुभारंभ किया गया है. उन्होंने कहा कि अन्य जुड़े टोलों को बारहमासी एकल सम्पर्कता प्रदान की जायेगी. राज्य के शत-प्रतिशत शहरी बसावटों में पक्की गली एवं नालियों का निर्माण तथा पक्कीकरण होगा और राज्य के शत- प्रतिशत शहरी बसावटों को पक्की सड़क से जोड़ने का लक्ष्य रखा गया. कोई गांव, नगर निकाय छूटने वाला नहीं है.
मुख्यमंत्री ने कहा कि सात निश्चय में से एक निश्चय बचा है, घर-घर बिजली कनेक्शन देने का. इसका सर्वेक्षण हो रहा है. लगभग 70 प्रतिशत सर्वेक्षण कार्य पूर्ण हो चुका है. नवम्बर महीने में सरकार के एक साल का रिपोर्ट कार्ड जारी होने के पहले इस निश्चय का भी शुभारंभ हो जायेगा. मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकार बने हुये लगभग एक वर्ष हो गया है और उन्हें क्षेत्र भ्रमण का मन हो रहा है. उन्होंने कहा कि छठ महापर्व के बाद 9 नवम्बर से ‘निश्चय यात्रा’ पर निकलेंगे. उन्होंने कहा कि निश्चय यात्रा के तहत लोक शिकायत निवारण केन्द्रों, सात निश्चय के कार्यक्रमों का क्रियान्वयन, शराबबंदी का असर इत्यादि देखने के बाद लोगों से सम्पर्क संवाद होगा, सभा होगी.
मुख्यमंत्री ने कहा कि पुलिस प्रशासन, उत्पाद, राजस्व एवं अन्य विभागों के अधिकारी, अभियंता अपना काम ठीक ढ़ंग से करें. छठे वेतनमान में उन्हें अच्छा वेतनमान मिल रहा है. सातवां वेतनमान भी समय पर लागू हो जायेगा. इसलिये सरकारी अधिकारी एवं कर्मचारी इधर-उधर न देखें. उन्होंने कल जयनगर के एसडीओ, डीएसपी के ट्रैप होने की भी चर्चा की. उन्होंने कहा कि सबलोग सजग एवं सचेत रहकर अपना काम ठीक ढ़ंग से करें.लोभ, लालच में अधिकारी एवं कर्मचारी न रहें क्योंकि कफन में जेब नहीं होता है. मुख्यमंत्री ने धनतेरस, दीपावली एवं लोक आस्था का महापर्व छठ पर्व की शुभकामना दी और कहा कि प्रेम, सद्भाव एवं भाईचारा का माहौल कायम रहेगा तो बिहार को ऊॅचाई की बुलंदियों पर जाने से कोई रोक नहीं सकता. इस अवसर पर मुख्यमंत्री द्वारा ग्रामीण कार्य विभाग की ग्रामीण टोला सम्पर्क निश्चय योजना की मार्गदर्शिका का विमोचन भी किया गया. कार्यक्रम में मुख्यमंत्री के समक्ष घर तक पक्की गली एवं नांलियों पर आधारित एक वृतचित्र की प्रस्तुति भी की गयी.
समारोह को उप मुख्यमंत्री तेजस्वी प्रसाद यादव, नगर विकास एवं आवास मंत्री महेश्वर हजारी, ग्रामीण कार्य मंत्री शैलेश कुमार तथा पंचायती राज मंत्री कपिलदेव कामत ने भी संबोधित किया. स्वागत भाषण विकास आयुक्त शिशिर सिन्हा ने किया जबकि धन्यवाद ज्ञापन प्रधान सचिव नगर विकास एवं आवास चैतन्य प्रसाद ने किया. इस अवसर पर मुख्यमंत्री को विकास आयुक्त द्वारा स्मृति चिह्न एवं अंगवस्त्र भेंटकर सम्मानित किया गया. अल्पसंख्यक कल्याण मंत्री अब्दुल गफ्फूर, महापौर पटना नगर निगम अफजल इमाम, मुख्य सचिव अंजनी कुमार सिंह, प्रधान सचिव गृह आमिर सुबहानी, प्रधान सचिव मंत्रिमण्डल समन्वय ब्रजेश मेहरोत्रा, मुख्यमंत्री के सचिव अतीष चन्द्रा, सचिव ग्रामीण विकास एवं पंचायती राज अरविन्द चैधरी, सचिव ग्रामीण कार्य विनय कुमार, मुख्यमंत्री के सचिव मनीष कुमार वर्मा सहित अन्य सम्मानित प्रतिनिधिगण, पंचायती राज विभाग, ग्रामीण कार्य विभाग तथा नगर विकास एवं आवास विभाग के अधिकारी, अभियंता एवं अन्य गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे.