निशिकांत सिंह.पटना.बिहार में पुलिस के जवानों को निशानेबाजी का प्रशिक्षण के लिए बना रोहतास के डेहरी ऑन सोन का फायरिंग रेंज खुद डेंजरजोन में है. सोन नदी में आयी बाढ़ के दौरान मिट्टी खिसक जाने की वजह से फायरिंग रेंज की दीवारें नीचे से खोखली हो गयी हैं. कई जगहों पर तो दीवारें पूरी तरह से ध्वस्त हो गयी हैं.
एक बयान में यह जानकारी देते हुए भाजपा के वरिष्ठ नेता नंदकिशोर यादव ने आरोप लगाया है कि पुलिस तंत्र को अत्याधुनिक सुविधाओं से लैस करने का दावा करने वाली सूबे की सरकार नक्सल प्रभावित क्षेत्र में स्थित इस इकलौते फायरिंग रेंज की सुरक्षा को लेकर भी बेपरवाह बनी हुई है. आलम यह है कि पुलिस बलों के जवान सुरक्षित तरीके से फायरिंग की ट्रेनिंग भी नहीं ले पा रहे हैं. ऐसे में आधुनिक हथियारों से लैस अपराधी गिरोहों और नक्सलियों से टक्कर लेने की उम्मीद बेमानी ही साबित होगी.
श्री यादव ने कहा कि डिहरी आन सोन में स्थित बीएमपी-2 में पुलिस बलों के अधिकारियों से लेकर जवानों को फायरिंग की ट्रेनिंग के लिए बने रेंज चांमारी वट की स्थिति दयनीय हो गयी है. बिहार में बीएमपी, सीआरपीएफ, बीएसएफ, एसटीएफ से लेकर बिहार पुलिस के जवान यहीं फायरिंग का अभ्यास करते हैं और प्रशिक्षण लेते हैं. अभी जो हालात हैं उसमें फायरिंग के समय गोली ध्वस्त हो चुकी दीवारों को पार कर जा रही है. फायरिंग वट के पास के गार्ड-पिट में पूरी तरह से मिट्टी भर गया है. दीवारों के गिर जाने से बगल के गांव के ग्रामीण और मवेशी भी रेंज में घुस जाते हैं.
उन्होंने कहा कि गृह विभाग की जिम्मेदारी संभाल रहे सूबे के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पुलिस तंत्र को अत्याधुनिक सुविधाओं से लैस करने का लगातार दावा करते रहते हैं. पर फायरिंग रेंज के हालात उनके दावों की पोल खोलने के लिए काफी हैं. जिस राज्य में पुलिस तंत्र को सुरक्षित प्रैक्टिस करने की सुविधा भी मुहैय्या न हो सके, वहां अपराधियों के मंसूबों को कैसे कुचला जा सकता है.उन्होंने मांग की कि नीतीशजी फायरिंग रेंज की ध्वस्त हो चुकी सुरक्षा व्यवस्था का तत्काल जायजा लें और यथाशीघ्र दीवारें दुरूस्त करायें.