संवाददाता.पटना.सोशल मीडिया में मधेपुरा के डीएम के दखल की कोशिशों पर बड़ा विरोध खड़ा होता दिख रहा है.जन अधिकार पार्टी (लो) के संरक्षक व मधेपुरा के सांसद राजेश रंजन उर्फ पप्पू यादव ने कहा है कि वे जेल जाने को तैयार हैं, पर मधेपुरा के डीएम के तुगलकी फरमान को नहीं मानेंगे. उन्होंने मधेपुरा के लोगों का आह्वान किया कि वे डीएम के आदेश से नहीं डरें. अपने फेसबुक/वाट्सएप ग्रुप की जानकारी प्रशासन को बिलकुल नहीं दें. प्रशासन कोई कार्रवाई करता है, तो साथ में वे लड़ने को तैयार होंगे. साथ में, इसका ख्याल जरुर रखें कि उनके माध्यम से कोई अफवाह न फैले. समाज की शांति सबसे महत्वपूर्ण है.
श्री यादव ने कहा है कि उन्होंने मधेपुरा डीएम की कुत्सित कोशिश का विरोध प्रमंडलीय आयुक्त से भी किया है. बिहार के मुख्य सचिव से भी विरोध दर्ज करायेंगे. मालूम हो कि मधेपुरा के डीएम ने मधेपुरा में सभी लोगों को अपने फेसबुक/वाट्सएप ग्रुप से प्रशासन को जोड़ने को कहा है. नहीं जोड़ने पर मुकदमा की धमकी दी गई है. साथ ही,सभी ग्रुप की गतिविधियों की खबर रखने को पुलिस-प्रशासन के अधिकारियों के नेतृत्व में विशेष कोषांग का गठन किया गया है.
सांसद ने कहा कि उन्हें ऐसा लगता है कि मधेपुरा के डीएम को संविधान का ठीक से पता नहीं है. वरना,इस तरह से वे आम आदमी की निजता के अधिकार पर हमला नहीं बोलते. कानून में सब कुछ स्पष्ट है. सुप्रीम कोर्ट ने साफ कहा है। पता नहीं,मधेपुरा डीएम ने ऐसा तुगलकी आदेश जारी करने के पहले बिहार के ही छपरा जिले के घटनाक्रम से ज्ञान कयों नहीं प्राप्त किया. कुछ माह पहले छपरा में वाट्सएप से वायरल हुए एक गलत संदेश के कारण फसाद पैदा हुआ था. इसका मतलब यह नहीं हुआ कि छपरा प्रशासन ने कहा कि सभी छपरावासी प्रशासन को अपने वाट्सएप/फेसबुक ग्रुप से जोड़ें. हां,गलत प्रचार करने वाले की पहचान कर बंगलोर से जरुर गिरफ्तारी हुई.
श्री यादव ने कहा कि हम सभी समाज में शांति चाहते हैं. बिहारीगंज में शांति को हमने भी बहुत मेहनत की.उपद्रवियों के खिलाफ सदैव से लड़ा हूं. उपद्रवी दंडित हों,सभी चाहेंगे. पर मुट्ठी भर शरारती तत्वों के कारण समाज के सभी लोगों की निजी जिंदगी में प्रशासन झांकना शुरु कर दे,यह न तो मंजूर है और न आगे होगा. उन्होंने मधेपुरा के डीएम को आगाह किया कि यदि सोशल मीडिया के सही प्रयोग के लिए किसी पर कोई दंडात्मक कार्रवाई हुई तो मधेपुरा में मेरे नेतृत्व में बड़ा आंदोलन खड़ा होगा. प्रशासन समझ ले और गलत कोशिशों पर तत्काल विराम लगाये.