मुख्यमंत्री ने किया नेशनल सब जूनियर जुडो चैम्पियनशीप का उद्घाटन

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संवाददाता.पटना. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने आज पाटलीपुत्र स्पोर्ट्स कॉम्पलेक्स तीन दिवसीय नेशनल सब जूनियर जुडो चैम्पियनशीप 2016-17 का उद्घाटन किया. इस अवसर पर कार्यक्रम को संबोधित करते हुये मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि मुझे बताया गया है सब जूनियर चैम्पियनशीप में 10 से 15 साल के बच्चे भाग लेते हैं. इस राष्ट्रीय चैम्पियनशीप में 29 राज्यों से बच्चे आये है. इनमें लड़के और लड़कियों की संख्या बराबर है.यह जानकर मुझे बहुत खुशी हुई. मुख्यमंत्री ने कहा कि बिहार की इस धरती का मार्शल आर्ट से बहुत पुराना लगाव है. इसकी शुरूआत बुद्धकाल में हुआ. बौद्ध भिक्षुओं ने अपनी आत्मरक्षा के लिए इसकी शुरूआत की. कालांतर में इसका विकास हुआ तथा इसके बहुत स्वरूप सामने आये.

मुख्यमंत्री ने कहा कि बिहार में लड़कियों में शिक्षा को बढ़ावा देने के लिए काफी कार्य किये गये हैं. पहले लड़कियां पांचवीं कक्षा के बाद मध्य विद्यालय गरीबी के कारण नहीं जा पाती थी. उन्होंने कहा कि छठी कक्षा में पढ़ रही लड़कियों को ठीक ढ़ंग के वस्त्र की आवश्कता होती है, इसे देखते हुये हमने मध्य विद्यालय में पढ़ रही लड़कियों के लिए पोशाक योजना की शुरूआत की ताकि लड़कियां पढ़ाई के लिए स्कूल आ सके. इसका इतना प्रभाव पड़ा कि एक साल में ही मध्य विद्यालयों में लड़कियों की संख्या में काफी बढ़ोतरी हुई. उच्च विद्यालयों में लड़कियों की संख्या बढ़ाने के लिए लड़कियों के लिए साइकिल योजना की शुरूआत की गई. उन्होंने कहा कि पटना शहर में, गया में, मुजफ्फरपुर में भी लड़कियां साइकिल चलाते नहीं दिखती थी. साइकिल योजना लागू होने के बाद गांव-गांव से लड़कियां समूह में साइकिल से स्कूल जाने लगी. इससे पूरा वातावरण ही बदल गया. हर घर की लड़कियां जाने लगीं. लड़कियों की सुरक्षा को लेकर फिर भी कुछ लोग छिंटाकशी करते थे. उसी समय हमने कहा कि लड़कियों को मार्शल आर्ट,जुडो-कराटे की ट्रेनिंग देंगे. स्कूलों में मार्शल आर्ट की ट्रेनिंग शुरू हो गई है. उन्होने कहा कि बिहार में स्कूलों में बच्चों को मार्शल आर्ट की ट्रेनिंग दी जा रही.उन्होंने कहा कि साइकिल योजना से लड़कियों के अरमानों को पंख लग गये, उनमें आत्मविश्वास आया. मार्शल आर्ट की ट्रेनिंग लेने के बाद उनका हौसला इतना बुलंद हो गया है कि उसका अंदाजा नहीं लगाया जा सकता है.

मुख्यमंत्री ने कहा कि रेलवे की तरह हमने बिहार में भी खेल को बढ़ावा देने के लिए सभी प्रयास किये हैं. उन्होंने कहा कि रेलवे पहले पूर्णतः आत्मनिर्भर था. रेलवे की अपना बजट हुआ करता था. वर्तमान परिवेश के संदर्भ में मुख्यमंत्री ने कहा कि रेलवे बजट समाप्त हो जाने के उपरान्त रेलवे की स्वायतता नहीं रहेगी. उन्होंने कहा कि बिहार में खेल को बढ़ावा दिया जा रहा है.खेल-कूद को बढ़ावा देने के लिए नीति बनाई गई है. अब तो खेल की गतिविधियों से संबंधित साल भर का कैलेण्डर बनता है. खेल संघों के संदर्भ में मुख्यमंत्री ने कहा कि सभी संघ अपना कार्य सही से करे. संघ अपना हिसाब, किताब सही से रखे, इससे उनकी विश्वसनीयता बढ़ेगी. खेल को बढ़ावा देने के लिए सरकार से पूरा सहयोग मिलेगा. उन्होंने कहा कि जुडो के विस्तार एवं विकास के लिए बिहार में अपार संभावना है. उन्होंने कहा कि बिहार का सही चित्र बाहर नहीं जा पाता है, खासकर नारी शक्ति और महिला सशक्तिकरण के लिए जो काम यहां हुये है, उनकी सही तस्वीर बाहर नहीं जा पा रही है. बिहार में लड़कियों को सभी सरकारी सेवा में 35 प्रतिशत का आरक्षण भी दिया गया है. शिक्षा के क्षेत्र में अब स्कूलों में लड़के एवं लड़कियों की संख्या लगभग बराबर हो गई है.

मुख्यमंत्री ने बिहार की धरती पर सब जूनियर जुडो चैम्पियनशीप 2016-17 में आये सभी का स्वागत करते हुये कहा कि मुझे पूर्ण विश्वास है कि तीन दिनों की इस चैम्पियनशीप  सफलतापूर्वक संचालित होगा.

इस अवसर पर कला संस्कृति एवं युवा विभाग के मंत्री शिवचन्द्र राम, विधायक भाई वीरेन्द्र, बिहार राज्य जुडो संघ के अध्यक्ष सूर्यदेव त्यागी, भारतीय जुडो संघ के अध्यक्ष मुकेश कुमार शर्मा, भारतीय जुडो संघ के महासचिव एम0एम0 जयसवाल ने भी लोगों को संबोधित किया. इस अवसर पर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को बिहार राज्य जुडो संघ की तरफ से प्रतीक चिन्ह् भेंट की गई. इस अवसर पर बिहार राज्य जुडो संघ के महासचिव राम उदय सिंह, पूर्व विधान पार्षद गंगा प्रसाद, प्रधान सचिव कला संस्कृति एवं युवा विभाग चैतन्य प्रसाद, मुख्यमंत्री के सचिव मनीष कुमार वर्मा सहित अन्य अधिकारी मौजूद थे.

 

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