संवाददाता.पटना.भाजपा के वरिष्ठ नेता सह लोकलेखा समिति के सभापति नंदकिशोर यादव ने राज्य सरकार को सलाह देते हुए कहा कि सात निश्चय के नाम पर कित-कित खेलना बंद करे. नीतीशजी की सरकार बने साल भर होने को हैं पर अभी तक सात निश्चय की भूमिका ही तैयार की जा रही है. दस माह के पूरे कार्यकाल में नीतीश सरकार ने- योजनाएं लागू होंगी और कार्यक्रम शुरु होंगे जैसी भाषणबाजी से इतर कुछ नहीं किया.चुनाव के समय जो लोकलुभावन वायदे नीतीशजी ने किये थे, उसका संकलन सात निश्चय भी दूर-दूर तक जमीन पर उतरता नहीं दिख रहा है.
उन्होंने कहा कि केन्द्र प्रायोजित योजनाओं को ही सात निश्चय के रुप में प्रचारित-प्रसारित किया जा रहा है. उसका भी कार्यान्वयन अब तक प्रारंभ नहीं हुआ. दस माह बीतने के बाद सिर्फ सुर्खियां बटोरने के लिए योजनाओं की लांचिंग और इनोग्रेशन समारोह कराये जा रहे हैं. बेहतर होगा कि दिखावे करने के बजाय नीतीशजी योजनाओं को जमीन पर उतारने की कार्रवाई करें. श्री यादव ने कहा कि महागठबंधन की सरकार की प्राथमिकता में विकास है ही नहीं. सरकार आपसी खींचतान से गुजर रही है. तथाकथित महागठबंधन के दो धड़ों के नेता एक-दूसरे पर निशाना साधने में लगे हुए हैं. संवादहीनता की स्थिति है. सरकार के मुखिया खींचतान और टकराव से ध्यान हटाने के लिए जनता के पैसे का दुरुपयोग कर सिर्फ समारोह आयोजित कर रहे हैं.
श्री यादव ने कहा कि सात निश्चय को लेकर ही सरकारी स्तर पर अब तक कई समारोह हो चुके हैं. समारोहों के जरिये नीतीश जी सुर्खियां भले बटोर रहे हैं, जनता खुद को ठगा ही महसूस कर रही है. केन्द्र की नरेन्द्र मोदी शासन काल के छह माह बाद से ही कार्यों का हिसाब मांगने वाले नीतीशजी में अगर थोड़ी भी नैतिकता बची है तो दस माह में जमीन पर उतारी गयी एक भी योजना का नाम बता दें.