पतरातू डैम को निश्चित सीमा में पर्यटक स्थल के रूप में विकसित किया जाएगाः रघुवर दास

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संवाददाता.रांची.झारखण्ड में टूरिज्म इंडस्ट्री को बढ़ावा देने के लिए पतरातू डैम को पर्यटक स्थल के रूप में विकसित किया जायेगा.मुख्यमंत्री रघुवर दास ने इसकी घोषणा करते हुए कहा कि राज्य में सांस्कृतिक, धार्मिक, पुरातात्विक, ऐतिहासिक, इकोलोजिकल एवं पर्वतीय टूरिज्म की असीम सम्भावनाएं हैं. इसके अतिरिक्त यहां ऐसे मनोहारी स्थल भी हैं, जिनको डेवलप कर पर्यटकों को आकर्षित किया जा सकता है. पतरातू डैम राज्य ही नहीं बल्कि राज्य के बाहर के पर्यटकों के लिए भी एक महत्वपूर्ण केन्द्र बिन्दु होगा.

मुख्यमंत्री ने निर्देश दिया कि एक सप्ताह के अंदर प्रथम चरण का निर्माण प्रारम्भ करने हेतु सभी आवश्यक कार्रवाई करते हुए कंसलटेंट को स्थान सुलभ करा दिया जाए और प्रथम चरण का कार्य 31 दिसम्बर 2017 के पहले पूर्ण करे लें. वे आज प्रोजेक्ट भवन स्थित सभाकक्ष में पतरातु डैम से संबंधित विकास कार्यों की समीक्षा कर रहे थे.

बैठक में कंसलटेंट केपीएमजी ने पतरातू डैम को तीन चरणों में विकसित करने का खाका प्रस्तुत किया. प्रथम चरण में डैम के उस भाग को विकसित करने की योजना है, जहां पर अभी पर्यटक जमा होते हैं, पिकनिक मनाते हैं. इस स्थल को इस प्रकार विकसित करने की योजना है कि वहां पर पिकनिक करने वालों के लिए कुकिंग जोन उपलब्ध हो, जहां व्यवस्थित ढंग से खाना पकाया जा सके एवं पीने के पानी का समुचित प्रबंध हो. यहां पर सफाई की व्यवस्था होगी एवं गंदगी नहीं फैलाई जा सकेगी. यहां पर ग्रामीण छठ पूजा करते हैं, अतः उनके लिए एक सुंदर घाट का भी निर्माण कराया जाएगा. यहां पहुंचने वाले लोगों के वाहनों के पार्किंग की समुचित व्यवस्था की जाएगी. फुड प्लाजा रहेगा. बच्चों के लिये खेलने का जगह भी होगा.

मुख्यमंत्री ने कहा कि झारखण्ड की कलाकृतियों एवं हस्तशिल्पों की विक्री भी यहां पर की जाएगी. मोटर बोट से लोग बोटिंग का भी आनन्द ले सकेंगे. प्रथम चरण में ही लेक के किनारे लगभग तीन किमी लम्बा पाथवे बनाया जाएगा एवं  सोलरलाईट लगाया जाएगा. पूरे पाथ में हरियाली रहेगी. मुख्यमंत्री ने कहा कि पाथवे में जगह-जगह पर लोगों के बैठने की व्यवस्था भी की जाए एवं पाथवे के बीच में डैम के पास सुंदर ढंग से बनाया जाए. इसके  चारो तरफ का मनोहारी दृश्य दिखाई पड़ेगा. उन्होंने कहा कि इसे इस प्रकार विकसित किया जाए कि लोगों को झारखण्ड की संस्कृति की झलक मिले.जगह-जगह पर झारखण्ड की पारम्परिक लोक-कला को चित्रित भी किया जाए.

द्वतीय चरण में कन्वेंशन सेंटर, याट् क्लब तथा वाटर स्पोर्ट सेंटर विकसित करने की योजना है. इसी चरण में डैम के बीच के भाग में अवस्थित आईलैंड को विकसित किया जाएगा. मुख्यमंत्री ने कहा कि यहां पर राष्ट्रीय एकता के महान शिल्पी ‘लौह-पुरूष’ सरदार वल्लभ भाई पटेल की आदमकद प्रतिमा लगाई जाएगी.बैठक में मुख्य सचिव राजबाला वर्मा, विकास आयुक्त अमित खरे, मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव संजय कुमार, प्रधान सचिव एनएनसिन्हा, सचिव सतेन्द्र सिंह समेत अन्य वरीय पदाधिकारीगण उपस्थित थे.

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