निशिकांत सिंह.पटना.40 साल बाद एक बार फिर पटना पर बाढ़ का खतरा मंडराने लगा है. गंगा की बाढ ने अबतक के सारे रिकार्ड तोड़ दिए हैं. पटना में गंगा खतरे के निशान से डेढ़ मीटर ऊपर बह रही है. गांधी घाट के पास गंगा का पानी शहर में प्रवेश कर गया है. बाढ़ के खतरे को देखते हुए जिला प्रशासन ने गंगा में गिरने वाले नालों के पानी को बंद करा दिया है. इससे पहले 1975 में पटना में बाढ़ आई थी.अधिकांश हिस्से पानी में डूब गए है.
राजधानी पटना में बाढ का खतरा बढ़ गया है. जिला प्रशासन की ओर से शहर के नालों के पानी को गंगा में गिरने पर रोक लगा दिया गया है. पटना में गंगा का पानी खतरे के निशान से डेढ़ मीटर उपर बहने लगा है. गांधी घाट के आस पास रहने वाले लोगों के घर में गंगा का पानी प्रवेश करने लगा है.
गंगा के पानी के कारण गांधी घाट के पास स्थित रेलिंग टूट गया है. एलसीटी घाट के सामने अपार्टमेंट में गंगा का पानी घुस गया है. राजापुर पुल के घाट के पास अलंकार मोटर्स में पानी घुस गया है. दीघा में भी गंगा का पानी प्रवेश कर गया है. लोग अपना घर छोड़कर दूसरे जगह पर निकल गए है. गंगा में बढ़ते जल स्तर को देखते हुए डीएम ने अपात बैठक भी बुलाई है.