संवाददाता.बिहारशरीफ.बिहार में पूर्ण शराबबंदी लागू होने के बाद सामुहिक जुर्माना का पहला शिकार मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का ही जिला हुआ.नालंदा जिले के इस्लामपुर प्रखंड के रानीपुर पंचायत के कैलाशपुरी गांव में जारी अवैध शराब के कारोबार को लेकर जिला प्रशासन ने पूरे गांव पर सामूहिक जुर्माना लगाया है.
नालंदा जिलाधिकारी त्यागराजन एसएम ने संवाददाताओं को संबोधित करते हुए बताया कि जिले के इस्लामपुर प्रखंड के रानीपुर पंचायत के कैलाशपुरी गांव में लगातार अवैध शराब के कारोबार की शिकायत मिलने पर उक्त गांव के लोगों पर सामुहिक जुर्माना लगाया गया है.
गौरतलब है कि पिछले मानसून सत्र के दौरान गत एक अगस्त को बिहार विधानमंडल द्वारा बिहार मद्यनिषेध और उत्पाद विधेयक 2016 ध्वनि मत से पारित किया गया. इस नये कानून में इस जुर्माने का प्रावधान किया गया है.अप्रैल से ही प्रदेश में पूर्ण शराबबंदी तथा इस संबंध में लगातार अपील के बावजूद कैलाशपुर गांव में अवैध शराब का कारोबार किया जा रहा था. इसे देखते हुए मद्य निषेध के नए कानून के तहत प्रत्येक परिवार पर पांच-पांच हजार रुपये का जुर्माना लगाया गया है.
जिलाधिकारी ने बताया कि इसके अलावा जिले के तीन होटलों से शराब की बरामदगी के मामले में इन होटलों की संपत्ति जब्त करने की प्रक्रिया प्रारंभ कर दी गयी है. मनपसंद होटल और मिडवे होटलों की संपति जब्त करने के लिए नोटिस भेजा जा चुका है जबकि मधुबन फैमिली रेस्तरां को भी नोटिस भेजा जा रहा है.उन्होंने कहा, एक अप्रैल से शराबबंदी लागू होने के लेकर सात अगस्त तक पुलिस एवं आबकारी विभाग ने अभी तक 189 लोगों को अवैध शराब के कारोबार मामले में गिरफ्तार किया है. 1083 लीटर देशी शराब, 1527 लीटर विदेशी शराब, छह लीटर बीयर, 280 लीटर चुलाई गयी शराब, 109 लीटर, 2823 किलोग्राम छोवा, 36 ग्राम गांजा जब्त किया गया है.