निशिकांत सिंह.पटना. वरिष्ठ भाजपा नेता सह लोक लेखा समिति के सभापति नंदकिशोर यादव ने कहा कि सत्ता में शामिल दलें दलितों के जख्म पर नमक छिड़क रही हैं. कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष और शिक्षा व आईटी मंत्री अशोक चैधरी के नेतृत्व में कांग्रेस के विधायकों ने मुख्यमंत्री से मुलाकात कर छात्रों पर लाठीचार्ज की न्यायिक जांच करने और दलित छात्रों को पहले की तरह छात्रवृति देते रहने की मांग की है. इससे बड़ी विडंबना और क्या हो सकती है कि कैबिनेट की बैठक और विधानसभा में नीतीश कुमार के दलित विरोधी फैसले का समर्थन करने वाले दल भी दलितों के प्रेम का दिखावा कर रहे हैं.
नंदकिशोर यादव ने कहा कि कांग्रेस के इस दलित प्रेम का सच भी उनकी मांगों को नीतीश की ना से सामने आ गया। शासन की शह पर दलितों की बर्बर पिटाई पर दिखावे की राजनीति कर रही कांग्रेस में अगर अब भी दम है तो सत्ता का दामन छोड़े. कांग्रेस अगर सत्ता का मोह नहीं छोड़ सकती तो दलितों का दमन करने वाली सरकार के साथ रहकर कम से कम दलित प्रेम की नौटंकी बंद करे.
श्री यादव ने कहा कि कांग्रेस के राष्ट्रीय से लेकर प्रदेश स्तर तक के नेताओं ने हमेशा से ही दलितों को ठगा है. दलित प्रेम के नाम पर कभी झोपड़ियों में खाना खाकर सुर्खियां बटोरने तो कभी बयानबाजी कर मीडिया में बने रहना कांग्रेसियों की शगल में शामिल है. बिहार में दलितों के साथ लगातार हो रहे दमन और दलित छात्रों पर लाठीचार्ज के मामले में पहले चुप्पी और अब प्रतिनिधिमंडल के साथ मुख्यमंत्री से मुलाकात इसका ताजा उदाहरण है.उन्होंने कहा कि बिहार की जनता के साथ-साथ दलितों-महादलितों की समझ में भी सबकुछ आ रहा है. तीन दलों की तिकड़ी ने विधानसभा चुनाव में भ्रमजाल बुनकर जिस तरह से सत्ता हासिल किया, उस जाल से पड़ी परत छंटने लगी है. पूरे सूबे में शासन के खिलाफ आक्रोश उबल रहा है. घड़ियाली आंसू और दिखावे की हमदर्दी की राजनीति नहीं चलने वाली है.