दलित छात्रों पर चली पुलिस की लाठी,गरमाई दलित राजनीति

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निशिकांत सिंह.पटना.प्रोन्नति में आरक्षण हटाए जाने के खिलाफ पटना की सड़क पर उतरे दलित छात्रों पर पुलिस ने जमकर लाठियां बरसाई. आरक्षण में फेरबदल से नाराज दलित छात्र विधानसभा का घेराव करने जा रहे थे.गांधी मैदान स्थित जेपी गोलंबर पर पुलिस के साथ भिड़ गए. पुलिस पर पहले छात्रों ने जमकर रोड़े बरसाए. इसके बाद पुलिस ने जमकर लाठियां भांजी.जेपी गोलंबर पर पुलिस ने दौड़ा-दौड़ाकर लाठियां बरसायी जिससे दर्जनों छात्र घायल हो गए.

पुलिस लाठीचार्ज में घायल हुए छात्रों में किसी का सिर फूटा तो किसी का हाथ टूटा. इंडियन स्टूडेंट वेलफेयर एसोसिएशन के बैनर तले छात्रों का समूह जेपी गोलंबर पहुंचा जहां पर पुलिस ने पहले से ही बैरेकेटिंग कर रखा था. पुलिस ने छात्रों को रोका लेकिन छात्र आगे जाने पर अड़े थे. थोड़ी ही देर में छात्रों ने जमकर रोड़ेबाजी करनी आरंभ कर दी.जिससे कई पुलिस कर्मियों को चोटे आई. उसके बाद पुलिस ने जमकर लाठियां बरसायी.

पूर्व मुख्यमंत्री जीतनराम मांझी ने इस घटना की निंदा करते हुए कहा कि दलित छात्रों की पिटाई को लेकर सदन नहीं चलने देगा राजग.उन्होंने कहा कि दलित छात्रों की छात्रवृत्ति को कम करना और छात्रवृत्ति घोटाले को लेकर दलित संगठन राज्य सरकार का विरोध कर रहे है. और सरकार लाठी के बल पर छात्रों की मांग को दबाना चाह रही है. छात्रों से जाकर पीएमसीएच में मांझी ने मुलाकात भी की.

इधर भाजपा विधानमंडल दल के नेता व पूर्व उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी ने घायल छात्रों से पीएमसीएच में जाकर मुलाकात की व लाठीचार्ज की भर्त्सना की.सुशील कुमार मोदी ने दलित छात्रों की पोस्ट मैट्रिक छात्रवृत्ति को घटा कर एक लाख से 15 हजार रुपये करने का विरोध कर रहे दलित छात्रों पर लाठीचार्ज पर कहा है कि सरकार दोषी पुलिसकर्मियों को चिन्ह्ति कर उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई करे और अविलम्ब छात्रवृत्ति की कटौती को वापस ले. उन्होंने कहा कि गुरुवार को बिहार विधान मंडल के दोनों सदनों में एनडीए की ओर से इस मामले को जोरदार ढंग से उठाया जायेगा तथा सरकार से जवाब की मांग की जायेगी.

सांसद पप्पू यादव ने भी दलित छात्रों पर हुए लाठीचार्ज की निंदा की और कहा कि सरकार दलितों की आवाज को लाठी के बूते दबाना चाह रही है. श्री यादव ने कहा कि बिहार में कानून का राज समाप्‍त हो गया. अपराधियों का राज चल रहा है. सरकार दलितों छात्रों को मिलने वाली छात्रवृत्ति को कम कर रही है. इसी के विरोध में दलित छात्र प्रदर्शन कर रहे थे. इसी दौरान पुलिस ने दलित छात्रों को दौड़ा-दौड़ा कर पीटा. पुलिस की बर्बर कार्रवाई की पार्टी निंदा करती है और दोषी पुलिस कर्मियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग करती है.

रालोसपा के विधायक ललन पासवान ने घटना की निंदा करते हुए कहा कि सरकार दलितों की आवाज को जितना चाहे दबाने की कोशिश करे लेकिन दलित पुलिस की लाठी से दबने वाले नहीं है और अपना मुंह को बंद नहीं रखेंगे और अपनी आवाज को उठाते रहेंगे.

 

 

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