निशिकांत सिंह.पटना.भारतीय जनता पार्टी के फायर ब्रांड नेता व केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने आज लालू प्रसाद द्वारा प्रधानमंत्री को लिखे पत्र का जबाब पत्र के माध्यम से ही दिया. गिरिराज सिंह ने लालू प्रसाद से मांग की कि वो पहले अपने शासनकाल और नीतीश कुमार के दस साल के शासनकाल का श्वेत पत्र जारी करें. कितने दलितो, पिछड़ों पर उनके शासन काल में अत्याचार हुआ, बलात्कार हुआ- पहले वो जारी करें. साथ ही उन्होंने कहा कि बिहार में पूरी तरह से जंगलराज आ गया है.
गिरिराज सिंह ने कहा कि एक कहावत है कि अपन बियाह नहीं और सुरदास के बरतुहारी करने चले.एक भाई पीएम का ख्वाब देख रहे हैं और एक भाई देश के मसीहा बनने में लगे हैं. उन्होंनें दलितो पर हुई अत्याचार की घटना पर कहा कि शरद यादव जी को गुजरात जाने का समय था संसद में सोने वाले नेता भी गुजरात पहुंच गए. लेकिन बिहार में सासाराम में दलित महिला के साथ सामुहिक दुष्कर्म हुआ, वहां नहीं गए. कुरकुरी नहीं गए और न ही अभी मुजफ्फरपुर में दलित को पेशाब पिलाया गया, वहां भी नहीं गए.
उन्होंने कहा कि जितनी घटना अभी के शासन काल में दलितों पर हुई है ऐसा लगता है जैसे जंगलराज पूरी तरह से बिहार में आ गया है. उन्होंने लालू प्रसाद को कहा कि कभी भूराबाल साफ करो का नारा देते थे. खुद को कहते है गौ पालक. और गाय पर राजनीति करते हैं. दादरी पर चुनाव के समय वो बकरे की मांस से तुलना वीफ से किए थे. क्योंकि उस समय मुसलमान भाईयों को भड़काना था. इस लिए उत्तर प्रदेश के मामले को बिहार लाया था. लालू जी के मुंह से गाय शब्द सुनना आश्चर्य लगता है.
उन्होंने कहा कि लालू जी के शासनकाल में पच्चास हजार से अधिक हत्याऐं हुई थी. लालू थोड़ा अपने अंदर झांककर देखे. पता चल जाएगा. मसीहा बाद में बनें. सौ चुहा खाकर बिल्ली चली हज को.