संवाददाता.सिवान.सिवान के पत्रकार राजदेव रंजन के हत्या के आरोपी कुख्यात लड्डन मियां ने आज सिवान कोर्ट में मुख्य दंडाधिकारी की अदालत में आत्मसमर्पण कर दिया. पत्रकार हत्याकांड में लड्डन मियां पर सुपारी देने का आरोप है. लड्डन मियां बाहुबली व पूर्व सांसद शहाबुद्दीन का दाहिना हाथ बताया जाता है.
पत्रकार राजदेव रंजन की हत्या 13 मई को सिवान में अपराधियों ने कर दी थी. लड्डन मियां के आत्मसमर्पण से पत्रकार हत्याकांड के रहस्य से पर्दा उठ सकता है. लड्डन पर इस मामले में पहले से गिरफ्तार अपराधियों ने सुपारी देने का आरोप लगाया था. आत्मसमर्पण के बाद लड्डन ने वही बात दुहराई जो अक्सर अपराधी कहते है कि उन्हें फंसाया गया है.
सिवान कोर्ट में आज लड्डन मियां की संपत्ति की कुर्की-जब्ती पर फैसला होना था. सिवान पुलिस ने कुर्की-जब्ती के आदेश के लिए आवेदन फाईल किया था. कुर्की-जब्ती के आदेश से पूर्व ही लड्डन ने आत्मसमर्पण कर दिया.
सिवान एसपी सौरव शाह ने कहा कि रिमांड के लिए कार्यवाई की जा रही है. उन्होंने कहा कि रिमांड पर लेने के बाद ही कुछ कहा जा सकता है. उन्होंने कहा कि हत्या के बाद से ही लड्डन पर पुलिस दबिस बढ़ा दी गई थी. औऱ हमलोग कई जगहों पर छापेमारी कर रहें है.
सिवान पुलिस लड्डन की गिरफ्तारी के लिए सघन अभियान चला रहा था. पत्रकार की हत्या के बाद लड्डन परिवार के साथ गायब हो गया था. आज सिवान की अदालत में आत्मसमर्पण कर दिया. जबतक पुलिस लड्डन को रिमांड पर नहीं लेती है तबतक कुछ कहना मुश्किल है. वैसे सीबीआई ने केस को ले लिया है और हो सकता है सीबीआई लड्डन को रिमांड पर लेकर पत्रकार हत्याकांड की जांच को आगे बढाए.
लेकिन सवाल उठना लाजमी है कि एसपी के अनुसार पुलिस ने जब दबाव बना रखा था तो आखिर कोर्ट में सरेंडर किया और पुलिस को भनक तक नहीं लगी. लड्डन के कोर्ट में आना और आत्मसमर्पण के बाद पुलिस को खबर लगती है.जबकि मीडिया को पहले भनक लगती है.हर कोई जानता है कि लड्डन शहाबुद्दीन का आदमी है. शहाबुद्दीन को पुलिस रिमांड पर लेकर पुछताछ करने की हिम्मत तक नहीं जुटा पाई. यह भी संदेह के घेरे में है.