निशिकांत सिंह.पटना.राजदेव रंजन हत्याकांड की जांच सीबीआई जांच के लिए नीतीश सरकार तैयार हो गई है. नीतीश कुमार ने जनता दरबार के बाद संवाददाता संम्मेलन में सहमति व्यक्त की. मुख्यमंत्री ने कहा कि पत्रकार की हत्या में शामिल लोग कितना भी प्रभावशाली हों,उन्हें बख्शा नहीं जाएगा. हम चेहरा देखकर कार्यवाई करने वाले लोगों में से नहीं है. कोई अपराध करता है या अपराध को संरक्षण देगा तो वह जाने.अपराधी हमारी नजर से ओझल नहीं होगा. मैं किसी तरह इसपर कंप्रोमाईज नहीं करूंगा.
पत्रकारों के सवाल पूछने पर नीतीश कुमार भड़के भी. जनता दरबार में संवादाता सम्मेलन में नीतीश कुमार ने कहा कि पत्रकार की हत्या से मुझे काफी दुख हुआ है. पत्रकार हत्या मेरे ऊपर हमला है. हत्या करनेवाला कोई भी हो उसे छोड़ा नहीं जाएगा. इलेक्ट्रोनिक मीडिया के रिपोर्टर ने जब मनोरमा देवी के बारे में पूछा कि उन्हें वीआईपी ट्रीटमेंट क्यों मिल रहीं है तो नीतीश ने कहा कि हमने उन्हें निलंबित कर दिया है. गिरफ्तारी के लिए पुलिस छापेमारी कर रहीं है. अगर आप सरकार पर तोहमत लगाते है तो आप बताएं कि मनोरमा कहां छुपी है. मैं आपको इन्वेस्टिंग ऑफिसर बना देता हूं. चेहरा देखकर काम नहीं करते है. मनोरमा देवी पर शराब रखने का मामला दर्ज है.
मुख्यमंत्री ने यह भी कहा कि विपक्ष सिर्फ सवाल उठा रहा है. बिहार में कानून का राज है और रहेगा. क्राईम पर किसी तरह का समझौता नहीं करेंगे. जो लोग जंगलराज का भय दिखाकर वोट लेना चाहते थे, उसमें सफल नहीं होने पर अब उनकी सरकार को बदनाम करने की कोशिश कर रहें है. दूसरे राज्यों में हुई घटनाओं के पैमाने पर यहां की घटनाओं की तूलना करनी चाहिए. उन्होंने बिहार में कानून व्यवस्था का दावा करते हुए कहा कि यहां कानून का राज है और आगे भी कायम रहेगा. संवाददाता संम्मेलन से पूर्व पत्रकारों ने मुख्यमंत्री से दो मिनट का मौन रखने की गुजारिश की लेकिन मुख्यमंत्री ने कहा कि आप अपनी राय अपने ढंग से रखिएगा. यहां बहुत सीरियस इंटरेक्शन होने जा रहा है.
उधर, पत्रकार राजदेव की पत्नी ने साफ तौर पर कह दिया है कि उन्हें सीबीआई जांच से नीचे मंजूर नहीं है. बिहार पुलिस पर उन्हें भरोसा नहीं है.