निशिकांत सिंह.पटना.राज्य के चिन्हित पांच हजार कब्रिस्तानों की घेराबंदी होगी जिसकी जिम्मेदारी डीएम और एसपी को दी गई है. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार सदन में यह जानकारी दी. बिहार विधानसभा में प्रश्नोत्तर काल के दौरान सदस्य जब मंत्री के जबाब से संतुष्ट नहीं हुए तो हस्तक्षेप करते हुए मुख्यमंत्री ने यह आश्वासन दिया.
विधायक तौसिफ आलम का प्रश्न था किशनगंज जिला के एक कब्रिस्तान घेराबंदी का. जिसपर मंत्री ने कहा कि कब्रिस्तान जहां पर संवेदनशील है वहां के कब्रिस्तान को प्रथम क्रेटेरिया में घेराबंदी करवाना है. इसपर तौसिफ आलम ने कहा कि राज्य सरकार पंद्रह वर्षों से कब्रिस्तान की घेराबंदी करवा रही है और अभी तक नगर का कब्रिस्तान का घेराबंदी नहीं हो पाया.
इसपर मुख्यमंत्री खड़े हो गए और कहा कि आप अपने याद को सुधार कर ले यह योजना नौ साल पुरानी है. 8 हजार 600 कब्रिस्तानों को चिन्हित की गई थी उस समय. संबंधित जिला के डीएम और एसपी को प्राथमिकता के आधार पर चिन्हित करना था कि कहां पर कब्रिस्तान संवेदनशील है उसे प्रथम चरण में घेराबंदी करना था. मुख्यमंत्री ने कहा कि अब पांच हजार से थोडे कम कब्रिस्तान की घेराबंदी हो चुकी है. इस अधिप्राप्ति वर्ष में पांच हजार और कब्रिस्तान रह गए है. जिनकी घेराबंदी कर दी जाएगी.