निशिकांत सिंह.पटना.एनडीए का एक प्रतिनिधिमंडल राजभवन में राज्यपाल जे वी कोविद से मुलाकात कर उन्हें ज्ञापन सौपा जिसमें यह मांग की गई 25 फरवरी को बिहार विधानमंडल के संयुक्त अधिवेशन में जो उन्हें अभिभाषण देना है उसमें राज्य सरकार की उपलब्धियों व योजनाओं के अलावा विपक्षी दलों के मुद्दे को भी शामिल करें क्योंकि लोकतांत्रिक व्यवस्था में प्रतिपक्ष भी सरकार का एक महत्वपूर्ण अंग माना जाता है.
राजभवन पहुंचे एनडीए प्रतिनिधिमंडल में भारतीय जनता पार्टी के विधानमंडल में दल के नेता सुशील कुमार मोदी, विधानसभा में विपक्ष के नेता डा. प्रेम कुमार, पूर्व मंत्री नंदकिशोर यादव, लाल बाबू प्रसाद, संजय मयुख , मिथिलेश तिवारी, अरूण कुमार सिन्हा, डा. सुनील कुमार, हम से वृषिण पटेल व दानिश रिजवान, लोजपा से डा. सत्यानंद शर्मा, राजू तिवारी, व नूतन सिन्हा, रालोसपा से विधायक ललनपासवान एवं सुधांशु शेखर शामिल थे.राज्यपाल को सौंपे ज्ञापन में आग्रह किया गया कि नई सरकार के नेतृत्व में बदली हुई परिस्थितियों के मद्देनजर और पूर्व के अनुभव के आधार पर हमसभी आपके अभिभाषण में विभिन्न मुद्दों को शामिल कराना चाहते हैं जो निम्न प्रकार है. ध्वस्त कानून व्यवस्था एवं राजनीतिक हत्याओं में भाजपा के प्रदेश उपाध्यक्ष स्व. विशेश्वर ओझा की अपराधियों द्वारा हत्या, लोजपा नेता स्व. बृजनाथी सिंह एवं भाजपा नेता स्व. केदार सिंह की नृमम हत्या, केन्द्रीय एजेंसियों से रंगदारी जैसे-शिवहर में बिजली कंपनी, दरभंगा में दो इंजीनियरों की हत्या के बाद निर्माण कार्य ठप, पटना में स्वर्ण व्यवसायी की हत्या, मुजफ्फरपुर तथा सिवान में क्रमशः व्यवसायियों की हत्या.
इसके अलावा सत्तारूढ दल के नवादा के राजद विधायक द्वारा लड़की के साथ बलात्कार जैसी घटना, जोकीहाट के जदयू विधायक द्वारा राजधानी एक्सप्रेस में महिला दंपति के साथ छेड़खानी, विक्रम के कांग्रेस विधायक द्वारा लड़की अपहरण का मामला, पूर्णिया के जदयू सांसद एवं विधायक द्वारा कुख्यात अपराधी अवधेश मंडल को थाने से जबरन छुड़ाकर ले जाना, नीरज मंडल विधायक द्वारा डीएसपी को गंगा में फेंक देने जैसी धमकी एवं अतरी के विधायक पुत्र द्वारा डाक्टर को दौड़ा-दौड़ाकर पीटे जाने जैसी घटनाएं प्रमुख रूप से घटित हुई है.विपक्ष चाहता है कि ये सारे मुद्दे आपके अभिभाषण में शामिल किए जाएं.