निशिकांत सिंह. पटना. अधिकारी, जनप्रतिनिधियों की बातों को धैर्य के साथ सुने,उनके फोन पर रिस्पौंस दे, जनप्रतिनिधियों के साथ अधिकारी शिष्ट एवं शालीन व्यवहार करें- यह निदेश आज उपमुख्यमंत्री तेजस्वी प्रसाद यादव ने मुख्यमंत्री नगर विकास योजना एवं मुख्यमंत्री सेतु निर्माण योजना की पटना जिला स्तरीय संचालन समिति एवं पटना जिला स्तरीय कार्यक्रम कार्यान्वयन समिति की बैठक की अध्यक्षता करते हुए दिया. बैठक में पटना जिला के जन प्रतिनिधि एवं जिला स्तरीय अधिकारियों ने भाग लिया. जिला पदाधिकारी पटना संजय अग्रवाल ने उपमुख्यमंत्री का स्वागत फुलों का गुलदस्ता भेंट कर किया.
बैठक में उपमुख्यमंत्री ने मुख्यमंत्री नगर विकास योजना एवं मुख्यमंत्री सेतु निर्माण योजना के अन्तर्गत उपलब्ध राशि एवं खर्च की विस्तृत समीक्षा की तथा कहा कि सौंदर्यकरण एवं विकास के लिए प्राप्त राशि का उपयोग सही ढंग से किया जाना चाहिए. प्राप्त पैसो का उपयोग सही ढंग से समय सीमा के अन्दर किया जाए. जो पैसे विकास के लिए प्राप्त हुए है वह न लौटे इस पर भी ध्यान दी जाए. उन्होंने सभी जन प्रतिनिधियों से अनुरोध किया कि नगर विकास योजना एवं मुख्यमंत्री सेतु निर्माण योजना के अन्तर्गत शीघ्र से शीघ्र योजनाओं की सूची जिलापदाधिकारी को प्राप्त करा दे.ताकि उनके स्तर से योजनाओं की स्वीकृति प्राप्त कराये जाने की कार्यवाई की जा सके. मुख्यमंत्री सेतु निर्माण योजना के अन्तर्गत 25 लाख तक की योजना एवं उसके उपर के योजनाओं की सूची जिलापदाधिकारी को दो, तीन दिन के अन्दर सुलभ करा दी जाए. उन्होंने कहा की यह उनकी पटना जिला के प्रभारी मंत्री के रूप में पहली बैठक है. वे चाहेंगे की विकास के कार्य तेजी से गुणवत्ता के साथ पूरे किये जाए. बिहार में विकास मिशन की स्थापना की गई है राज्य सरकार सात निश्चयों को पूरा करने में लगी हुई है. अधिकारीगण पूरी निष्ठा और ईमानदारी के साथ अपने कार्यो को करे.
जिला कार्यक्रम कार्यान्वय समिति की बैठक की अध्यक्षता करते हुए उपमुख्यमंत्री ने सभी जन प्रतिनिधियों से बारी-बारी से विकास के लिए उनसे जानकारी ली. लोक स्वास्थ्य अभियंत्रणा विभाग द्वारा पेयजल के लिए लगाए गए चापाकलों एवं टेप वाटर आपूर्ति के लिए किये जा रहे कार्यक्रमों के अन्तर्गत प्राप्त उपलब्धियों कि जानकारी ली, और निदेश दिया कि शिलापट् लगाये एवं नल के निकट चबूतरा बनाये बिना अतिंम भूगतान नही किया जाए. जन समास्याओं का समाधान तत्परता से किया जाय. बैठक में स्वच्छता अभियान, व्यक्तिगत शौचालय निर्माण की प्रगति की भी जानकारी ली. ऊर्जा, शिक्षा, स्वास्थ्य विभाग के अन्तर्गत किए जा रहे कार्यो की समीक्षा की और कहा कि शिक्षा का मतलब स्तरीय, गुणवत्तपूर्ण शिक्षा का है. पढ़ाई- लिखाई पर विशेष ध्यान दिया जाए विद्यालयों में गुणवत्तापूर्ण शिक्षा दिया जाना जाहिए. उन्होंने कहा कि परीक्षा में कदाचार मुक्त महौल बनाए.
बाद में उपमुख्यमंत्री ने पत्रकारो के साथ वार्ता कि और कहा कि यह उनकी पहली प्रभारी मंत्री के रूप में बैठक पटना जिला में थी. बैठक काफी सार्थक रही.उन्होंने कहा कि वे पटना को देश का सबसे सुन्दर शहरो की श्रृखंला में लाना चाहते है. इसके लिए उनका प्रयास रहेगा. वे जनप्रतिनिधियों से भी सहयोग की आपेक्षा करते है. नगर निगम के हड़ताल से जुडे़ एक प्रश्न के उत्तर में उन्होंने कहा की हड़ताल से सबको परेशानी होती है उन्होंने आशा व्यक्त की कि हड़ताल जल्दी समाप्त हो जाएगी. पत्रकारों के एक प्रश्न के उत्तर में उन्होंने कहा कि बिहार में सुशासन है और कानुन का राज स्थापित है. अपराध और अपराधियों के विरूद्ध सरकार की जीरो टॉलरेंस की निति है. विपक्ष घबराये हुए है और अनर्गल बयानबाजी कर रहे है.