निशिकांत सिंह.पटना.राज्य सरकार द्वारा अपनायी गई जीरो टॉलरेन्स नीति के तहत भ्रष्टाचार पर नियत्रंण हेतु विभागीय एवं जिला स्तरीय निगरानी कोषांगों को सशक्त एवं प्रभावी बनाया जाएगा. प्रधान सचिव निगरानी विजय प्रकाश ने मुख्य सचिव द्वारा निर्गत पत्र के आलोक में गठित निगरानी कोषांगों के विभागीय मुख्य निगरानी पदाधिकारियों के साथ-साथ जिला स्तरीय उड़नदस्ता दल के प्रशासनिक पदाधिकारी एवं पुलिस उपाधीक्षक के साथ आज पटना स्थित बिहार कृषि प्रबंधन एवं प्रसार प्रशिक्षण संस्थान (बामेती) के सभागार कक्ष में आयोजित एक बैठक/प्रशिक्षण कार्यक्रम के अवसर पर उपर्युक्त बातें कहीं.
बैठक में प्रधान सचिव विजय प्रकाश द्वारा भ्रष्टाचार पर नियत्रंण के तहत अन्य निर्देशों के साथ-साथ विभागीय एवं जिला स्तर पर गठित निगरानी कोषोंगों को सशक्त एवं प्रभावी बनाने का निदेश दिया गया. प्रधान सचिव द्वारा मुख्य सचिव के पत्र में उल्लेखित दिशा-निर्देशों के आलोक में निगरानी कोषांगों को निदेश दिया गया कि जिला स्तर पर एक हेल्पलाईन के टेलीफोन नं0 की सूचना को जन संधारण के जानकारी हेतु व्यापक रूप से प्रचार-प्रसार किया जाये एवं प्राप्त शिकायतों पर नियमानुसार आवश्यक कार्रवाई की जाय. निगरानी विभाग द्वारा जांच हेतु भेजे गये मामलों पर ध्यान देते हुये उसके प्रतिवेदन से भी निगरानी विभाग को अवगत कराने का अनुरोध किया गया.
निगरानी अन्वेषण ब्यूरो के महानिदेशक रविन्द्र कुमार द्वारा निगरानी कोषांगों से यह अपेक्षा की गयी कि लंबित अभियोजन स्वीकृति के मामलों पर कार्रवाई करते हुये अवगत कराया जाये जिससे कि संबंधित मामलों में अभियोग पत्र न्यायालय में ससमय समर्पित किया जा सके. साथ ही साथ उनके द्वारा गठित कोषांगों के दायित्व के संबंध में प्रकाश डाला गया. विशेष निगरानी इकाई के पुलिस महानिरीक्षक अनुपमा निलेकर चन्द्रा द्वारा भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के संबंध में विस्तृत रूप से चर्चा की गयी साथ ही संगत धाराओं के संबंध में भी प्रकाश डाला गया. उनके द्वारा बिहार विशेष न्यायालय अधिनियम, 2009 के संबंध में भी प्रकाश डाला गया.
द्वितीय पाली में निगरानी अन्वेषण ब्यूरो के पुलिस अधीक्षक शिव कुमार झा द्वारा परिवाद पत्र, ट्रैप केसेस से संबंधित परिवाद पत्र के आलोक में किस प्रकार कार्रवाई जिला स्तर के उड़नदस्ता दल किया किया जाना है इसके संबंध में विस्तृत रूप से चर्चा की गयी.
बैठक में निगरानी विभाग के अपर सचिव उमेश चन्द्र विश्वास, विशेष कार्य पदाधिकारी अरूण कुमार ठाकुर, निगरानी अन्वेषण ब्यूरो के उप महानिरीक्षक सुधीर कुमार के अलावे वरीय पदाधिकारी उपस्थित थे।