संवाददाता.पटना.2016 के मैट्रिक परीक्षार्थियों को कदाचारमुक्त परीक्षा के लिए तैयार रहने का संकेत राज्य सरकार ने दिया है. 2015 में राज्य में हुए मैट्रिक परीक्षा में कदाचार वाले चार केंद्रों के प्रधानाचार्यों को निलंबित कर विभागीय कार्रवाई शुरू कर दी गई.
जिन परीक्षा केन्द्रों पर बड़े पैमाने पर कदाचार की शिकायत मिली थी और फोटो सहित अखबारों की सुर्खियां बनी थी. सारण जिले के भुलापुर के सीताराम प्रोजेक्ट बालिका उच्च विद्यालय के प्रधानाध्यापक ब्रजेन्द्र कुमार, वैशाली के बाकरपुर उच्च विद्यालय के प्रधानाध्यापक आनंद भूषण प्रसाद, आरा के शाहपुर पट्टी उच्च विद्यालय के प्रधानाध्यापक ब्रह्मेश्वर ओझा और वैशाली के वाजितपुर डुमरी उच्च विद्यालय के प्रधानाध्यापक वीरेंद्र कुमार लाल को निलंबित किया गया है.
शिक्षा विभाग ने निलंबन व कार्रवाई के संबंध में मंगलवार को आदेश जारी कर दिया. इन हाईस्कूलों के प्रधानाध्यापक या केंद्राधीक्षक पर आरोप है कि राज्य सरकार और शिक्षा विभाग की छवि धूमिल की गई और अपने दायित्वों का निर्वहन नहीं किया. इन पर बिहार परीक्षा संचालन अधिनियम 1981 का उल्लंघन करने का भी आरोप लगाया गया है.
उल्लेखनीय है कि पिछले वर्ष मीडिया में कदाचार की खबर प्रमुखता से आने के बाद इस घटना से देश-विदेश में बिहार की खूब किरकिरी हुई थी.