निशिकांत सिंह. पटना. राष्ट्रीय जनता दल के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष रघुवंश प्रसाद सिंह ने नेपाल में चल रहें मधेशी आंदोलन का समर्थन करते हुए कहा कि नेपाल का भारत के साथ संस्कृतिक के साथ साथ बेटी-रोटी का संबंध है लेकिन भारत सरकार नेपाल पर दबाव नहीं बना रहीं है. मधेशियों के समर्थन में वे अबतक 58 बैठकें कर चुके है लेकिन भारत सरकार नेपाल को नहीं कह पा रहें है जिससे वहां संवैधानिक संकट पैदा हो गया है.इस मामले पर केन्द्र सरकार को हस्तक्षेप करना चाहिए.
रघुवंश प्रसाद सिंह सोमवार को राजद प्रदेश कार्यालय में आयोजित संवाददाता सम्मेलन में उक्त बातें कहीं. रघुवंश प्रसाद ने कहा कि अगर जरूरत पड़ी तो लालू प्रसाद के साथ नेपाल में मधेशियों को हौशला अफजाई के लिए जायेंगे. उन्होंने कहा कि नेपाल के नवनिर्मित संविधान जो है वह गलत है. मधेशियों की अबादी वहां पर ज्यादा है फिर भी उन्हें वहां के संसद में 60 ही सीट पर चचुनाव लड़ने का अधिकार प्राप्त है.
रघुवंश प्रसाद सिंह ने कहा कि भारत नेपाल सीमा पर तस्करी का बढावा मिल रहा है. इसपर भारत सरकार को नियंत्रण लगाना चाहिए. नेपाल की सरकार वहां की थारू समुदाय औऱ मधेशियों के बीच घ्रृणा फैला रहीं है. वहां आंदोलन उग्र हो रहा है. भारत सरकार के मंत्रियों से नेपाल के उपप्रधानमंत्री औऱ विदेश मंत्री के बाद सीमा पर तस्करी तेज हो गई है. नेपाल सरकार प्रबल जनमत और जनसमर्थन वाले आंदोलन को दमनकारी कार्यवाई करने से बाज नहीं आ रहीं है भारत सरकार उदासीन है यह चिंता का विषय है.
इस मुद्दे पर राजद के प्रदेश अध्यक्ष रामचंद्र पूर्वे ने कहा कि नेपाल के साथ भारत का संबंध बहुत पुराना रहा है , राजद इस मसले पर आंदोलन करेंगी, वहां के आंदोलनकारियों को समर्थन करेगी. इस अवसर पर राजद के प्रधान महासचिव मुंद्रिका सिंह यादव , चितरंजन गगन एवं तनवीर हसन भी मुख्य रूप से उपस्थित थे.