निशिकांत सिंह
पटना. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने राजगीर परिभ्रमण दौरान 3.75 करोड़ की लागत से निर्मित होने वाली राजगीर वन विश्रामागार का शिलान्यास किया. वर्तमान में पर्यावरण एवं वन विभाग का एक गेस्ट हाउस कार्यरत है. नये अतिरिक्त गेस्ट हाउस का क्षेत्रफल 33,049 वर्ग फीट होगा. यह गेस्ट हाउस दो तल्लों का होगा.
राजगीर जू सफारी 54 करोड़ रूपये की लागत से बनने वाली बड़ी योजना है. बिहार में पहली बार पटना चिडि़याघर के अतिरिक्त यह जू सफारी बनने जा रही है. भारत वाईल्ड लाईफ बोर्ड एवं बिहार वाईल्ड लाईफ बोर्ड की स्वीकृति मिल चुकी है. केन्द्रीय जू प्राधिकरण की स्वीकृती अंतिम चरण में है. पर्यटकों की बढ़ती संख्या को देखते हुए राजगीर वन विश्रामागार का शिलान्यास किया गया है.
प्रधान सचिव पर्यावरण एवं वन विभाग विवेक कुमार सिंह ने बताया कि वैभारगिरी एवं सोनागिरी पहाडि़यों की वादी में मृग विहार अवस्थित है. यह मृग विहार करीब 65 हेक्टेयर में फैला है. मृग विहार राजगीर को 195 एकड़ क्षेत्र में विस्तारित करते हुए इस क्षेत्र में पांच सफारी पार्क यथा- शेर, टाईगर, तेन्दुआ, हिरण तथा एवियरी एवं वटर फ्लाई पार्क विकसित करने की राज्य सरकार की महत्वपूर्ण योजना है. केन्द्रीय चिडि़याघर प्राधिकरण की स्वीकृती अंतिम चरण में है. राजगीर वन विश्रामागार राजगीर के बनने से पर्यटकों के आवासन में सुविधा होगी.
राजगीर वन विश्रामागार शिलान्यास समारोह में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के अलावे सांसद रामचन्द्र प्रसाद सिंह, प्रशांत किशोर, प्रधान सचिव वन एवं पर्यावरण विवेक कुमार सिंह, मुख्यमंत्री के सचिव चंचल कुमार, मुख्यमंत्री के सचिव अतीश चन्द्रा, प्रधान मुख्य वन संरक्षक डी0के0 शुक्ला, मुख्यमंत्री के विशेष कार्य पदाधिकारी गोपाल सिंह सहित संबंधित पदाधिकारी उपस्थित थे.
मुख्यमंत्री ने राजगीर दौरे के दूसरे दिन वेणुवन एवं पाण्डु पोखर का भ्रमण भी किया. भ्रमण के क्रम में मुख्यमंत्री ने जिलाधिकारी नालन्दा को निर्देश दिया कि वैतरणी नदी एवं सरस्वती नदी का जीर्णोधार करें तथा पाण्डु पोखर को और सुविधायुक्त बनाकर अन्तराष्ट्रीय पर्यटन स्थल के रूप में विकसित किया जाय.