संवाददाता.रांची. रांची में वनवासी खेल महोत्सव का भव्य उदघाटन हुआ. सातवें वनवासी खेल महोत्सव के उद्घाटन समारोह में खेलगांव के मुख्य एथलेटिक्स स्टेडियम में दस लुथानिया से आई वेट्रा व उनकी मां इनिया ने ‘वंदे मातरम्’ गाया. इससे पूर्व कई सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन हुआ. कलाकारों ने एक से बढ़कर एक कला का प्रदर्शन कर सभी को मंत्रमुग्ध कर दिया.
खेल महोत्सव का उद्घाटन केंद्रीय आदिवासी मंत्री जुएल उरांव ने दीप जलाकर किया. उन्होंने अपने संबोधन में कहा कि जैसे जनजातीय छात्राओं को स्कॉलरशिप की सुविधा केंद्र सरकार दे रही है, उसी प्रकार जनजातीय खिलाड़ियों को भी स्कॉलरशिप की सुविधा जल्द मिलेगी. इसको लेकर काम शुरू कर दिया गया है. उन्होंने कहा कि यह बड़ी बात है कि झारखंड ने इतने बड़े आयोजन का जिम्मा लिया. यह वनवासी के लिए ऐतिहासिक दिन है.
इस अवसर पर मुख्यमंत्री रघुवर दास ने कहा कि झारखंड खेलों का हब बना चुका है. यहां के खिलाड़ियों ने अपने दम पर देश ही नहीं विदेशों में भी राज्य का नाम ऊंचा किया है. सरकार खिलाड़ियों के लिए सीधी नियुक्ति, दो प्रतिशत आरक्षण का लाभ जल्द देगी. जनजातीय खिलाड़ियों को भी इसमें जोड़ा जाएगा. उन्होंने कहा कि खेल एक दूसरे को जोड़ता है. यहां आए हुए सभी राज्य के लोग इसका उदाहरण है.
पांच दिवसीय वनवासी खेल महोत्सव में 33 प्रांतों के खिलाड़ियों ने मार्च पास्ट किया. सबसे पहले नेपाल का दल और अंत में मेजबान झारखंड का दल रहा. 28 दिसम्बर से खिलाड़ियों के बीच प्रतियोगिता शुरू होगी.