संवाददाता.रांची. झारखंड में विश्व बैंक की मदद से शुरू होने वाली तेजस्विनी योजना के तहत 11 से 24 साल तक की किशोरी, बालिका और महिलाओं को व्यावसायिक प्रशिक्षण दिया जाएगा. आर्थिक रूप से कमजोर उन लड़कियों को इस योजना के दायरे में लाया जाएगा, जो उच्च शिक्षा ग्रहण करने से वंचित रह गई हैं.
रघुवर दास सरकार की कैबिनेट ने तेजस्विनी योजना की स्वीकृति दे दी.इस योजना के तहत युवतियों व महिलाओं को प्रशिक्षण देकर आर्थिक रूप से स्वावलंबी बनाने की दिशा में काम होगा. कैबिनेट के अपर मुख्य सचिव एनएन पांडेय ने बताया कि मंगलवार को हुई कौबिनेट की बैठक में इसके अलावा कुल 22 प्रस्तावों की मंजूरी दी गई.
540 करोड़ की इस योजना में 162 करोड़ रुपए राज्य सरकार खर्च करेगी. वहीं 378 करोड़ रुपए केंद्र सरकार विश्व बैंक से लोन लेकर झारखंड को देगी. रांची, हजारीबाग, गुमला, गिरिडीह, साहेबगंज, चाईबासा और देवघर में पहले से सबला योजना चलाई जा रही है. इन जिलों को छोड़कर शेष 17 जिलों में यह योजना चलाई जाएगी.
नामकुम के बड़गावां में टेक्निकल यूनिवर्सिटी खोलने पर भी कैबिनेट ने मंजूरी दी है. 50.44 एकड़ जमीन पर बनने वाली इस यूनिवर्सिटी के लिए सरकार ने 80.98 करोड़ की प्रशासनिक स्वीकृति दे दी है. 24 माह में निर्माण कार्य पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है. 30 माह में इसे बनाकर तकनीकी शिक्षा विभाग को हस्तांतरित कर दिया जाएगा.l