झारखंड को आईटी हब बनाना है-मुख्यमंत्री

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निशिकांत सिंह.

रांची.  मुख्यमंत्री रघुवर दास ने कहा है कि झारखंड को आइटी हब बनाना है, यह हमारी प्राथमिकता में है. उन्होंने कहा कि सरकार ने रांची में ही 400 एकड़ जमीन चिह्नित की है. इसके अतिरिक्त रांची, धनबाद, बोकारो, जमशेदपुर में सॉफ्टवेयर टेक्नोलॉजी पार्क भी बनाया जा रहा है. उक्त बातें मुख्यमंत्री  रघुवर दास ने होटल बीएनआर चाणक्य में एडवांटेज झारखंड 2015 के उदघाटन के अवसर पर लोगों को संबोधित करते हुए कही. उन्होंने कहा कि राज्य सरकार प्रतिबद्धता के साथ राज्य में आइटी सेक्टर में निवेश करनेवाली कंपनियों को एक सप्ताह में जमीन उपलब्ध करायेगी.

मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य में प्रतिभा की कमी नहीं है. आइटी सेक्टर में रोजगार के अवसर बढ़े हैं. हमारा प्रयास है कि राज्य में ज्यादा से ज्यादा आइटी कंपनियां निवेश करें ताकि यहां की प्रतिभा को दूसरे राज्य या देश में जाने की जरूरत न पड़े. लोग अपने घर पर ही रह कर अपनी सेवा दे सकें और अपनी प्रतिभा को देश-दुनिया तक पहुंचा सके. हमें टीम झारखंड बना कर काम करना है. इसमें सरकार, निवेशक और स्थानीय लोगों की भागीदारी होगी.

उन्होंने कहा कि झारखंड में लोगों को सेवा उपलब्ध कराने के लिए आइटी का ज्यादा से ज्यादा उपयोग किया जा रहा है. शासन और जनता के बीच की दूरी इसी से कम की जा सकेगी. लोगों को भ्रष्टाचार और बिचौलिये से मुक्ति मिलेगी. इ-डिस्ट्रिक, इ-सिटी, इ-ग्राम जैसी सेवा शुरू करने का काम किया जा रहा है. इसमें लोगों को छोटे-छोटे कामों के लिए नगर निगम या विभागों के चक्कर नहीं काटने होंगे, टैक्स आदि घर बैठे ही जमा हो सकेंगे. उन्होंने कहा कि इसी क्रम में हमारा प्रयास है कि मार्च 2016 तक ऑनलाइन म्यूटेशन की सुविधा शुरू हो जाये. लैंड रिकार्ड को भी डिजिटलाइज्ड करने का काम चल रहा है. हमारी सरकार हर काम के लिए समयबद्ध और जवाबदेह प्रशासन बनाने की दिशा में काम कर रही है.

इस अवसर पर मुख्य सचिव राजीव गौबा ने कहा कि राज्य में निवेश व विकास की असीम संभावनाएं हैं. इ-गर्वनेंस के तहत ज्यादा से ज्यादा सेवाओं को आम लोगों तक पहुंचाया जा रहा है. हमें नये-नये क्षेत्रों में संभावनाएं तलाशनी होगी. इससे पहले आइटी सचिव सुनील वर्णवाल ने राज्य सरकार द्वारा किये जा रहे कार्यों की जानकारी देते हुए बताया कि पूर्वी क्षेत्र में झारखंड संभावनाओं वाले प्रदेश के रूप में उभरा है. यहां व्यवसाय प्रारंभ करना आसान है,इसे विश्व बैंक ने भी इसे माना है. 11 माह के कार्याकाल में जितने काम हुए हैं, वे पूरे देश में झारखंड की अलग पहचान बना रहे हैं.  जून-जुलाई से आइआइआइटी की शुरूआत रांची में हो जायेगी. इसके लिए तीन कंपनी टीसीएस, टाटा मोटर्स और सीसीएल को पार्टनर बनाया गया है.

मुख्यमंत्री ने कार्यक्रम में नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ इलेक्ट्रॉनिक्स एंड इंफोर्मेशन टेक्नोलॉजी (नाइलिट) को जमीन के कागजात सौंपा. इस अवसर पर  एबीपी प्राइवेट लिमिटेड के एमडी और सीइओ डी0डी0 पुरकायस्था समेत अन्य लोग उपस्थित थे.

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