संवाददाता,पटना. बिहार के सरकारी विद्यालयों में अब कदाचारमुक्त परीक्षा के लिए बिहार सरकार ने कमर कस ली है. अब स्कूलों में होगा विद्यार्थीयों को सप्ताहिक टेस्ट. सूचना भवन के संवाद कक्ष में आयोजित संवाददाता संम्मेलन में राज्य के शिक्षा मंत्री अशोक चौधरी ने आश्वासन हुए कहा कि राज्य में कदाचारमुक्त परीक्षा ली जायेगी.
अशोक चौधरी ने कहा कि कमजोर विद्यार्थीयों को स्कूल से फिडबैक लिया जायेगा. औऱ उनकी परीक्षा की पूरी तैयारी करायी जायेगी. अशोक चौधरी ने कहा कि सामान्य पाठ्यक्रम पूर्ण होने पर स्कूल में तीन महिनों तक छात्रों को विशेष रूप से पढाया जायेगा. उन्होंने कहा कि सभी जिला शिक्षा पदाधिकारी को निर्देश दिया गया है कि सीलेबस के अनुसार पढ़ाई पूर्ण होने के बाद कमजोर बच्चों का सूची जारी करा कर उनकी विशेष तैयारी के बाद ही परीक्षा में बैठने के आदेश दिये जाये. अब राज्य के छात्रों को ईमेल आईडी डालना जरूरी होगा. क्योंकि उनकी एडमिट कार्ड और रिजल्ट ईमेल से ही भेजे जायेंगे. जिन छात्रों ने ईमेल एकाउंट नहीं खोला है वो अपने स्कूल के किसी भी शिक्षक का ईमेल का प्रयोग करेंगे.
अशोक चौधरी ने कहा कि राज्य के सरकारी स्कूलों में भी पैरेंट औऱ शिक्षकों के बीच मिटिंग होगी जिसमें वो उनके बच्चों के फिडबैक देंगे कि किस विषय में आपका बच्चा कमजोर है. जिसका नाम दिया गया है टिचर पैरेंट मिट. सभी बच्चों को रिविजन नोट्स पहले ही उपलब्ध करा दिये जायेंगे उसी अनुसार वो परीक्षा की तैयारी करेंगे.