रांची से 60 किलोमीटर दूर एंग्लोइंडियन का गांव है,मैकलुस्कीगंज – जिसे कभी “मिनी लंदन “ का नाम दिया गया.विश्व में एंग्लोइंडियन समुदाय का अपना स्वंय का संभवत: यही एकमात्र गांव है.1930 में साईमन कमीशन जब भारत आया तो बहुत कुछ अपेक्षा रखने वाले इस समुदाय के लोगों ने उपेक्षा महसूस की.तत्पश्चात बंगाल विधान परिषद के तत्कालीन एंग्लोइंडियन सदस्य ई.टी.मैकलुस्की ने 1934 में इस गांव को बसाया.