संवाददाता.पटना.
महागठबंधन के विधायक दल की बैठक में नीतीश कुमार को सर्वसम्मति से नेता चुना गया.आगामी 20 नवंबर को गांधी मैदान में नीतीश कुमार बिहार के मुख्यमंत्री पद की शपथ लेंगे.बैठक के बाद नीतीश कुमार राज्यपाल से मिलकर सरकार बनाने का दावा पेश किया. शपथ ग्रहण समारोह में महागठबंधन के सभी प्रमुख नेताओं के अलावा गैरभाजपा मुख्यमंत्रियों के शामिल होने की संभावना है.
महागठबंधन विधायक दल की बैठक में नीतीश कुमार के साथ लालू प्रसाद यादव, शरद यादव, केसी त्यागी, अशोक चौधरी समेत महागठबंधन के सभी बड़े नेता और विधायकों ने भाग लिया. राबड़ी देवी ने महागठबंधन के नेता के रूप में नीतीश कुमार के नाम का प्रस्ताव पेश किया. कांग्रेस नेता सीपी जोशी ने इस प्रस्ताव का समर्थन किया. इसके बाद महागठबंधन के नेता राज्यपाल से मिले और नीतीश ने सरकार बनाने का दवा पेश किया. महागठबंधन में शामिल दलों की ओर से नीतीश कुमार को समर्थन पत्र दिया गया.20 नवंबर को दोपहर 2 बजे नीतीश और उनके मंत्री पटना के गांधी मैदान में शपथ लेंगे. शपथ ग्रहण समारोह में गैर भाजपा शासित सभी राज्यों के मुख्यमंत्री, कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी सहित कई बड़े नेताओं के आने की संभावना है.
राज्यपाल से मुलाकात के बाद नीतीश कुमार ने कहा कि महागठबंधन के तीनों दलों के नेताओं ने मिलकर सरकार बनाने का दावा पेश किया. इसके बाद राज्यपाल ने सरकार बनाने का न्योता दिया. 20 नवंबर को दोपहर 2 बजे गांधी मैदान में शपथ ग्रहण समारोह होगा. नीतीश ने इस बात का खुलासा नहीं किया है कि शपथ ग्रहण समारोह में किस-किस को न्योता देंगे. उन्होंने कहा कि किसे मंत्री बनाना है या किसे न्योता देना है इसके बारे में बाद में जानकारी दी जाएगी. तीनों पार्टी के नेता मंत्रिमंडल में शामिल होंगे, सबकुछ तय है.
इससे पूर्व सचिवालय में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के नेतृत्व में कैबिनेट की बैठक हुई. इसमें 15वीं विधानसभा को भंग करने की सिफारिश की गई. इसके बाद नीतीश कुमार राज्यपाल रामनाथ कोविंद से मिले और 15वीं विधानसभा भंग करने की सिफारिश की. राज्यपाल से मिलने के बाद नीतीश ने कहा कि हमने महामहिम से 15वीं विधानसभा और कैबिनेट भंग करने की सिफारिश की है. उन्होंने इस्तीफा स्वीकार कर लिया है और अभी जिम्मेदारी संभालने को कहा है.राजनीतिक गहमागहमी के बीच जेडीयू विधानमंडल दल की बैठक में नीतीश कुमार को नेता चुना गया. 7 सर्कुलर रोड स्थित नीतीश कुमार के आवास पर हुई बैठक में विजेंद्र यादव ने नीतीश के नेता चुने जाने का प्रस्ताव रखा, जिसका श्याम रजक ने समर्थन किया.