निशिकांत सिंह,पटना. बिहार विधानसभा चुनाव से ठीक पहले सुशासन सरकार की पोल खुल गई. जो नीतीश कुमार ने अपनी सरकार के लिए सुशासन को मूलमंत्र बना रखा था और वे भ्रष्टाचार के खिलाफ ठोस कार्यवाई का दावा करते रहें है., उनके ही मंत्री अवधेश कुशवाहा का रिश्वत लेते विडियों जब सोशल मिडीया पर वायरल हुआ तो सुशासन की पोल खुल गई.
पिछले दिनों फेसबूक वाह्टसाप पर पहला विडियों जहानाबाद से राजद प्रत्याशी मुंद्रिका सिंह यादव का वायरल हुआ. उनके नीजी आवास पर घोषी विधानसभा से राजद के टिकट पर चुनाव लड़ रहें कृष्णंदन वर्मा के भाई नीतेश वर्मा एवं मखदुमपुर विधानसभा से चुनाव लड़ रहें सुबेदार दास को मुंद्रिका सिंह यादव के आवास पर रिश्वत लेते हुये दिखाया गया. एक्स फाईल नाम से यह विडियों इन्वेस्टगेशन ने जारी किया.
एक्स फाईल के इंस्टविगेशन में यह वायदा करते हुये दिखाया गया कि चुनाव जीतने के बाद ये लोग टीम के पक्ष में काम करेंगे. जिसमें हामी भरते हुये दिखाया गया है. मुंद्रिका सिंह यादव के आवास पर ही घोषी विधानसभा से चुनाव लड़ रहें कृष्णनंदन वर्मा के भाई नीतेश वर्मा ने हामी भरी व उन्हें एक लाख रूपया दिया गया यह कहते हुए कि अभी इतना ही है बाकि बाद में दे देंगे. उन्होंने पैसे को रख लिया. वही मखदुमपुर विधानसभा से पूर्व मुख्यमंत्री जीतनराम मांझी के खिलाफ चुनाव लड़ रहें राजद प्रत्याशी सुबेदार राम को दो लाख रूपया का कैश लेते हुए दिखाया गया. वो किस तरह पैसे को लेकर गमछा में लपेटते है औऱ मुस्कुराये. यह सब जहानाबाद से राजद के टिकट पर चुनाव लड़ रहें पार्टी के प्रधान महासचिव मुंद्रिका सिंह यादव के आवास पर हुआ लेकिन मुंद्रिका सिंह यादव को कैश पकड़ते हुए नहीं दिखाया गया.
दूसरा विडियों वायरल हुआ राज्य सरकार के गन्ना उद्दयोग मंत्री अवधेश प्रसाद कुशवाहा का. एक्स फाईल ने फर्जी कंपनी बनकर उनके सरकारी आवास पर गया. विडियों में इन्वेस्गेशन की टीम ने मंत्री अवधेश कुशवाहा को पैसे देती है . टीम ने मंत्री अवधेश कुशवाहा को पैसे देती है . टीम कहती है पूरे चार लाख रूपये कैश है गिन लिजिए. उसके बाद मंत्री जी पैसे को सोफे पर रखते है फिर उठकर दरवाजा को बंद करते है कुंडी लगाते है और किसी को फोन लगाते है . फोनपर बातचीत के दौरन मंत्री जी कहते है कि मुंबई का पार्टी है. कहा है कहा है कि चुनाव में मदद करेंगे. पैसा कुछ दिया है बदले में उनका कहना है कि काम किजिएगा. मंत्री जी उत्साहित होकर कह रहें है कि उद्योग मंत्री से बात हो रही थी. कहा काम हो जायेगा. और भी पांच मंत्री है जो काम के लिए तैयार है. आपको मदद करेंगे. मंत्री जी कहते है विधानसभा चुनाव पैसे का खेल है डेढ से दो करोड़ रूपया खर्च हो जाता है.
विडियों के वायरल होने के तत्काल बाद मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने इस्तीफा ले लिया. लेकिन राजद ने उल्टा आरोप भाजपा के मत्थे मढ़ दिया. कि ये सब सुनियोजित साजिश की गई है. विडियों वायरल होने के अवधेश कुशवाहा पर त्वरित कार्यवाई की . तत्तकाल उन्हें मंत्री पद से इस्तीफा ले लिया गया एवं उनका टिकट भी कैंसिल कर दिया गया. हालांकि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि सरकार बनने से पहले ही नीतीश के मंत्री व महागठबंधन के उम्मीदवारों ने ठ्का लेना आरंभ कर दिया है.
केंद्रीय सुक्ष्म लघू उद्योग मंत्री गिरिराज सिंह का कहना है कि भ्रष्टाचार की जननी कांग्रेस व जंगलराज के मसीहा के साथ जब नीतीश कुमार हाथ मिलाये है तब से इनके जितने भी मंत्री है भ्रष्टाचार पर उतारू है.
भाजपा विधानमंडल दल के नेता सुशील किमार मोदी ने कहा कि पूरे मामले की जांच चुनाव आयोग सीबीआई को सौप दें . मंत्री ने राज्य के उद्योग मंत्री का नाम लिया है तथा उद्योग मंत्री सहित और कौन लोग जिम्मेदार है इसका खुलासा सरकार को करनी चाहिए . इस प्रकरण में नीतीश कुमार ने अपने मंत्री से इस्तीफा ले लिया. उम्मीदवारी हटा दी तो क्या राजद सुप्रीमों लालू प्रसाद भी अपने उम्मीदवारों पर कार्यवाई करेंगे.
भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता एमजे अकबर ने सवाल उठाया कि कि राज्य सरकार क्या अपने मंत्री सहित उन तीन उम्दवारों के खिलाफ केश दर्ज करायेगी .
भाजपा के प्रदेश प्रवक्ता देवेश कुमार ने साफ तौर पर कहा कि भ्रष्ट सरकार, भ्रष्ट गठबंधन, भ्रष्ट नेता – बिहार इनसे मुक्ति चाहती है.
रालोसपा के प्रदेश अध्यक्ष डा. अरूण कुमार ने इशारा किया कि ये तो भ्रष्टाचार का परकाष्ठा है, सरकार भ्रष्टाचारियों का संरक्षण दे रही है इसका प्रमाण इस विडीयों के फूटेज देखने से लगता है. फिर से राज्य में भ्रष्टाचार औऱ जंगलराज लाना चाह रहीं है लेकिन बिहार के जनता ने अपना मन मिजाज बना लिया है.
राष्ट्रीय लोक समता पार्टी के राष्ट्रीय सचिव सीमा सक्सेना का मानना है कि पूरा यह बात साबित हो गया कि महागठबंधन के मंत्री व उम्मीदवार किस तरह लोगों से ठेका ले रहें है.
हम के रा।टट्रीय अध्यक्ष व पूर्व मुख्यमंत्री जीतनराम मांझी ने सार्वजनिक तौर कहा कि भ्रष्टाचार का इससे बड़ा उदाहरण औऱ क्या हो सकता है. अबतक केश क्यों नहीं दर्ज हो पाया यह आश्र्य की बात है.
दूसरी तरफ महागठबंधन के नेता इसे सीधे सीधे भाजपा की भाजपा की चाल बता रहें है. राद सुप्रीमों लालू प्रसाद के अनुसार यह सब भाजपा की चाल है. महागठबंधन को बदनाम करने के लिए.
राजद के राष्ट्रीय प्रवक्ता मनोज झा ने पलटवार करते हुए कहा कि जो खुद भ्रष्टाचार में डूबा हुआ है क्या करेगा बदनाम.
जदयू विधायक दल के नेता व राज्य के सूचना व जनसंपर्क मंत्री विजय चौधरी ने दावा किया कि हमारी सरकार भ्रष्टाचार के मामले मे आज भी जीरो टालरेस पर चल रहीं है. लेकिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अपने दल के बारे में क्या कहेंगे . हमने तो अपने मंत्री को बर्खास्त कर दिया उनसे उम्मीदवारी भी वापस ले ली लेकिन वो तो जिसपर भ्रष्टाचार का आरोप लगा है उन्हें प्रोत्साहित कर रहें है. एक तरह से ढ़िठई कर रहें है. भाजपा दोहरी चाल चल रहीं है. भाजपा के जो भी नेता है राजनीति की राजनीतिक ढ़िठई की परकाष्ठा को पार कर गये है. चाहें ललित मोदी का मामला हो तो व्यापम महाघोटाला हो इसपर वे चुप है . जब हमने कार्यवाई कर दी उसके बाद भी हम पर भ्रष्टाचार का आरोप लग रहा है.
जदयू के ही परिवहन मंत्री राजीव रंजन सिंह उर्फ ललन सिंह ने इस प्रकरण पर कहा कि भाजपा बेशर्मी पर उतारू है. पहले खुद अपने गिरेबान में झाक कर देखे ले तब दूसरे पर आरोप लगाये .
मामला चाहें जो भी हो सुशासन की सरकार पर दाग तो लग ही गया चाहे अब उनके नेता स्वीकार करें या न करें . दस वर्षो में पहली बार इस तरह का मामला सामने आया है. ठीक चुनाव के पूर्व आए इस रिश्वत प्रकरण पर जनता सुशासन बाबू से सवाल तो करेगी ही.