स्टील के नाम पर लोहा, लोग हो रहे ठगी का शिकार

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KHAAS KHABAR 6

राजन मिश्रा, बक्सर. इन दिनो जिले में आम लोंगो को कई प्रकार से लूटने की व्यवस्था यहाँ के व्यवसाईयो व कारीगरों द्वारा किया गया है. अधिक मुनाफा के चक्कर में ये लोग आमलोगों के साथ साथ भगवान् को भी नहीं छोड़ रहे हैं. मंदिर में भी ठगी जारी है.

  स्टील परत चढे लोहे के पाइप की खपत को ही देखे तो  कारीगरों की धोखाधड़ी समझ में आ जाएगी. लोंगो से  झूठ बोलकर उनके मकान में सौन्दरीकरण का कार्य करवाते है. बाद में फंसने पर गलती होने का हवाला देकर मौन हो जाते हैं. आइये जानते है स्टीलकोटेड पाइप की कहानी

क्या बनता है इस स्टीलकोटेड लोहापाइप से 

सीढ़ी स्टेप , छत का रेलिंग, दरवाजा, खिड़की, टेबल, कुर्सी, मंदिरों के सोंदर्य व घेराबंदी का व्यवस्था इत्यादि

कारीगर कैसे खरीदते है इस स्टीलकोटेड लोहापाइप को  

सूत्रों के अनुसार वाराणसी के लोहामंडी में इसका रेट 150रुपये से लेकर 300 रूपये किलो तक है

बलिया के लोहामंडी  में इसका रेट 150 रुपये से लेकर 250 रूपये किलो तक है

कानपुर के लातूर रोड में इसका रेट 130 रुपये से लेकर 450 रूपये किलो तक है

 इस जिले में 130 रूपए वाले पाइप की ही खपत अधिक है

कैसे सौदा करते है ये स्टीलकोटेड लोहापाइप का

ये लोंगो को 500 रूपया फीट से शुरु कर ९५० रूपया  प्रति फीट तक में काम करते है साथ ही ये वादा करते है ये पाइप कभी जंग नहीं खायेगा 10 से 20 साल की गारंटी भी ले देते है. हालाँकि जब इस पाइप को कोई लगा रहा है तो उसका रिपोर्ट यह कहता है कि तीन महीने बाद इस  पाइप में जंग लगने लगता है

कितना कमाते है ये कारीगर

जानकारो के अनुसार इनको एक फीट तैयार माल देने में लगभग 200 से 250 रूपए ही लगता है ये लोग लोंगो झासा देकर आराम से 500 रूपए प्रति फीट तक लाभ कमाते हुए अपने माल को 750 रूपए फीट तक लोंगो के घरो में  लगा रहे है सरकारी संस्थानों में भी ये नकली माल का उपयोग कर कर्मचारियो से मिलकर अपना पूरा बिल भुना लेते है. ये लोग अधिक रकम का बिल देकर भी कर्मचारियो को भी कमवाते है अपने भी मोटी रकम वसूल करते है

कौन करता है इनकी मदद

शहर के नामी गिरामी प्लाई के कुछ दुकानदारों द्वारा मदद करते हुए इन कारीगरों को  ग्राहक पकड़ कर दिया जाता है जिसमे दुकानदार को 200 से 300 रूपए फीट का दलाली मिलता है. ये बैठे बैठे प्रतिदिन पाँच से दस हज़ार रोज दलाली कमा रहे है और जिले के लोंगो की गाढ़ी कमाई का भोग कर रहे है

 कहां कहां ठगे जा रहे है लोग  

सूत्र बताते है कि जिले के सिमरी ,राजपुर,भलुहा,इटाढ़ी,ब्रम्हपुर सहित जिले से सटे कोचस में भी शहर के ही वन्सप्ती स्थान के एक कारीगर द्वारा लूटा गया है इसके आलावे राज्य के राजधानी सहित आरा वैशाली कई जिलो में अलग अलग कारीगरों द्वारा लूटने का कार्य किया जा रहा है.

ये सरकार को भी लगाते है चुना

जब ये कही काम करने जाते है तो थ्री फेज के अपने मशीने को पोल पर से डायरेक्ट जोड़ कर बिजली की चोरी भी करते है. टैक्स भी नहीं चुकाते है. इनका माल सीमावर्ती क्षेत्र से आता है तो भी ये बिना बिल का ही पास करा कर सरकार को लाखो का चुना लगा रहे है

कैसे करे इनका इलाज़

इनसे बिल का मांग करे,ये साफ कर ले कि पाइप में स्टील का कितना मात्रा है.  इस बिल पर ही गारंटी का समय भी इनसे अंकित कराये.  उपभोक्ता फोरम का सहारा ले. इनपर दफा 420 के तहत भी दर्ज किया जा सकता है मामला.

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