संवाददाता.पटना.मकरसंक्रांति के अवसर पर विधान पार्षद व मुख्य सचेतक रजनीश कुमार के आवास पर आयोजित दही-चूड़ा भोज के बाद मीडिया से बात करते हुए उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी ने कहा कि नागरिकता कानून व एन सी आर पर एक वर्ग विशेष को डरा कर अपना वोट बैंक बचाने के लिए राजद सीमांचल में यात्रा निकाल रहा है। दरअसल, राजद और ओवैसी की पार्टी एआईएमआईएम में होड़ है। एनडीए विधान सभा में नागरिकता कानून व एनपीआर पर बहस के लिए तैयार है। महागठबंधन जहां नेतृत्व के मुद्दे पर बंटा हुआ है वहीं भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष के स्पष्ट कर देने के बाद एन डी ए पूरी तरह से एकजुट है और आने वाले विधान सभा चुनाव में तीन चौथाई सीट पर जीत सुनिश्चित है।
श्री मोदी ने कहा कि किशनगंज विधान सभा सीट पर ओवैसी की पार्टी की जीत और विगत लोकसभा चुनाव में राजद के वोट बैंक के बिखराव के बाद एक वर्ग विशेष को डरा कर वोट बैंक बचाने के लिए राजद सीमांचल की यात्रा आयोजित कर रहा है।यात्रा का मकसद नागरिकता कानून का विरोध नहीं बल्कि वोट बैंक बचाने की घबड़ाहट है।
महागठबंधन जहां नेतृत्व सहित अन्य मुद्दों पर बिखराव का शिकार है वहीं एन डी ए पूरी तरह से एकजुट है। एन डी ए के घटक दल जदयू-भाजपा जब-जब मिलकर चुनाव लड़ा है चाहे वह 2005 व 2010 का विधान सभा चुनाव हो या 2009 और 2019 का लोकसभा चुनाव शानदार सफलता मिली है। आगामी बिहार विधान सभा चुनाव में भी एन डी ए तीन चौथाई सीटों पर सफलता हासिल कर एक बार फिर सरकार बनाएगी।
मंत्री संजय झा ने नागरिकता कानून पर जदयू के स्टैंड को स्पष्ट कर दिया है। एन पी आर, नागरिकता नहीं, जनसंख्या का रजिस्टर है जिसके लिए किसी से कोई दस्तावेज नहीं मांगा जाएगा। एन आर सी पर प्रधानमंत्री के स्पष्टीकरण के बावजूद कुछ लोग समाज में भ्रम फैला रहे हैं। एन डी ए नागरिकता कानून, एन पी आर आदि पर विधान सभा में बहस के लिए तैयार है। आगामी सत्र के प्रारम्भ में ही बहस हो ताकि सभी दलों को अपनी राय रखने का मौका मिले।