संवाददाता.पटना.जदयू प्रवक्ता राजीव रंजन प्रसाद ने क्वारंटाइन सेंटर्स में कथित अव्यवस्था का आरोप लगाने वाले विपक्ष पर पलटवार करते हुए कहा है कि प्रवासी मजदूरों को सीधे घर भेज कर होम क्वारंटाइन में रखने का फैसला करके बहुत सारी जिम्मेदारिओं से राज्य सरकार बच सकती थी,लेकिन मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने मुश्किल राह इसलिए चुनी ताकि राज्य के गांव जो अब तक कोरोना संक्रमण से बचे हैं वहां लाखों प्रवासियों के आवागमन से संक्रमण का दायरा भी न बढ़े और प्रवासियों को टेस्टिंग के बाद चिकित्सा एवं जो नेगेटिव होंगे उन्हें भोजन एवं आवासन समेत अन्य सुविधाओं के साथ क्वारंटाइन की अवधि पूरी करने के बाद घर भेज दिया जाये .
श्री प्रसाद ने कहा कि क्वारंटाइन की अवधारणा का अर्थ स्पष्ट है कि प्रवासी और बिहार के गांव,दोनों को बचाया जा सके .लेकिन विपक्ष के उकसावे एवं दुष्प्रचार से राज्य की छवि मलिन होती है .संकट की घडी में कुछ नहीं करना और कुछ करने की ईमानदार कोशिश में हर समय कमियां ढूँढना राजद और कांग्रेस की आदत बन गयी है.