निशिकांत सिंह.पटना पुलिस को तब बड़ी कामयाबी मिली जब दिल्ली के मार्बल व्यवसायी भाईयों को आज अहले सुबह अपहरणकर्ताओं के चंगुल से छुड़ा लिया गया. दिल्ली के दोनों मार्बल व्यवसाइयों सुरेश शर्मा और कपिल शर्मा को आईआईटी खड़गपुर में 12 करोड़ के मार्बल सप्लाई के नाम पर पटना बुलाया गया था. दोनों भाई 20 अक्टूबर की रात पटना एयरपोर्ट आये थे.फ्लाइट का टिकट भी गिरोह के लोगो ने ही दिया था.
अपहरणकर्ताओं ने पटना एयरपोर्ट पर उतरने के बाद दोनों को बिना नंबर की इंडिगो से बख्तियारपुर मोकामा,ले गए.रास्ते में दो लोग और सवार हुए.सभी मुंगेर के हवेली खड़गपुर पहुंचे. वहां के बाद दोनों भाइयों का मोबाईल ले लिया और स्विच ऑफ कर दिया गया.सबसे पहले कॉल रात के डेढ़ बजे दोनों के पिता बाबूलाल शर्मा को किया गया जिनसे चार करोड़ की फिरौती मांगी गई. फोन कपिल शर्मा के मोबाइल से की गई. इसके बाद उसे कजरा के जंगल में ले कर चले गए जहां इनकी निगरानी गिरोह के लोग करने लगे. एक टीम कजरा जंगल में अगवा भाइयों की निगरानी कर रहा था जबकि दूसरा टीम अलग अलग जगहों से अलग अलग नम्बरो से फिरौती की मांग कर रहा था. गिरोह में दो महिलाएं भी थी जो खाना बनाती थी.इन दोनों भाइयो को कजरा पहाड़ पर स्थित एक आश्रम के कमरे में रखा गया था.जिन नम्बरो का इस्तेमाल किया गया उनमे दो नंबर पश्चिम बंगाल,एक नंबर दिल्ली,एक यूपी का था.
पटना पुलिस की एक टीम दिल्ली भेजी गई थी वहां उस टीम ने बाबूलाल शर्मा की कंपनी में काम करने वाले कई कर्मचारियों से पूछताछ की और वही पर मुंगेर के रहनेवाले एक कर्मचारी पर शक हुआ और जब उससे पूछताछ की गई तो गिरोह के सरगना के बारे में जानकारी मिली और उसका नंबर भी मिल गया. उस कर्मचारी को भी गिरफ्तार कर लिया गया. उसके बाद पूरे गिरोह का पता चल गया. मामले में पांच लोग गिरफ्तार किये गए है. हालांकि यह बात भी सामने आई है कि इस गिरोह ने इसी तरीके से अब तक अपहरण की छह घटनाओं को अंजाम दे चुका है. इलाहबाद के भी एक व्यवसायी का कुछ दिन पहले ही अपहरण किया था.लेकिन वो भाग गया. भागकर लखीसराय थाना पहुंचा था. लेकिन थाने में उसका एफआईआर दर्ज नहीं किया गया था.