विश्व अस्थमा दिवस पर सेमिनार,विशेषज्ञों ने बताया इनहेलर लेने का तरीका

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सुधीर मधुकर.पटना.  विश्व अस्थमा दिवस पर एम्स (पटना) में सेमिनार का आयोजन किया गया | इसका उद्घाटन  एम्स के निदेशक डॉ.गिरीश कुमार सिंह और पटेल मेडिकल इंस्टीच्यूट,लखनऊ के निदेशक एवं केजी मेडिकल विश्वविद्यालय ,लखनऊ ( उत्तरप्रदेश ) के जाने माने पूर्व चिकत्सक डॉ.राजेन्द्र प्रसाद सिंह ने संयुक्त रूप से किया |

इस अवसर पर पटेल मेडिकल कॉलेज के निदेशक डॉ.प्रसाद ने कहा कि  यह रोग सब से अधिक बच्चों में 10 प्रतिशत और इस से ऊपर में 4 प्रतिशत रोग पाए जाते हैं |इस लिए बच्चे को बार बार अगर सर्दी,खांसी आदि हो तो तुरंत इस के लिए डाक्टरी सलाह लेना चाहिए |इस रोग को ईलाज और दवा से नियंत्रित किया जाता है ,पर पूरी तरह से ख़त्म नहीं किया जा सकता है | इस के लिए हमेशा डाक्टर के ईलाज में रहना चाहिए | यह भ्रम है की दम फूलना,सांस लेने में तकलीफ होना दमा रोग है |इस के पचासों कारण हो सकते हैं |यह रोग खासकर एलर्जी से होता है |फूलों के परागकण,जानवर , खाने पीने की चीजें ,धूलकण,धुंआ आदि से भी हो सकता है | इस का शिकार बड़े बड़े नेता,अभिनेता ,खिलाड़ी आदि हैं | इस लिए घवराने की बिलकुल जरुरत नहीं है | बस समय समय पर डाक्टरों के ईलाज में रहना चाहिए और दवा लेना चाहिए |लोगों को इन्हेलर के बारे में भी तरह तरह की भ्रांति है |लोग मानते हैं कि इसे डाक्टर रोगी  को अंतिम समय में देते हैं,यह  कतईसही नहीं है | इस से फायदा अधिक और साईड इफेक्ट कम है |पर इसे लेने का सही तरीका मात्र 20-25 प्रतिशत रोगियों को ही  हैं | इस लिए रोगी को चाहिए किइस के इस्तेमाल करने का तरीका रोगियों को सही ढंग से बतायी जाय |

इस मौके पर निदेशक डॉ.सिंह ने केमिस्ट्री विभागाध्यक्ष एवं संस्थान के डीन प्रो.साधना शर्मा की पुस्तक का विमोचन भी किया | यह पुस्तक एमबीबीएस ,बीडीएस,नर्सिंग के साथ साथ लैब टेक्नीकेसियन कर रहे छात्रों के लिए उपयोगी साबित होगी | इस मौके पर एम्स के डॉ.संजीव कुमार, ,डॉ.कमलेश झा,डॉ.योगेश,शैलजा तिवारी आदि मौजूद थे |

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