संवाददाता.जमशेदपुर. मुख्यमंत्री रघुवर दास ने कहा कि बुनियादी अवसंरचना के क्षेत्र में इस वर्ष सरकार ने विद्युत और पानी को भी प्राथमिकता दिया है। जमशेदपुर, घाटशिला और मुसाबनी में अन्डरग्राउण्ड केबलिंग का काम शुरू किया गया है। दीनदयाल ग्राम ज्योति योजना के तहत हर ग्राम, टोलों एवं लगभग 31 हजार बी0पी0एल0 परिवारों को निशुल्क विद्युत देने का काम कर रहें हैं। उन्होंने कहा कि मार्च 2018 तक झारखण्ड का कोई ऐसा गाँव नही रहेगा जहाँ बिजली की सुविधा नहीं होगी। हमारे राज्य के ऐसे गाँव जहाँ हमारे गरीब आदिवासी भाई-बहन पहाड़ एवं टोलों में रहते हैं उन गाँवो को सौर ऊर्जा के माध्यम से रौशन किया जाएगा। उक्त बातें आज मुख्यमंत्री श्री रघुवर दास ने पूर्वी सिंहभूम जिला के घाटशिला में आयोजित कार्यक्रम संबोधित करते हुए कही। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने दीनदयाल उपाध्याय ग्राम ज्योति योजना के अन्तर्गत पूर्वी सिंहभूम जिले के ग्रामीण क्षेत्रों में विद्युतीकरण कार्यों का शुभारम्भ घाटशिला स्थित फुटवॉल ग्राउण्ड में किया।
मुख्यमंत्री ने कहा कि एन0टी0पी0सी0 और झारखण्ड विद्युत बोर्ड के ज्वाइंट वेंचर द्वारा पतरातू में 4000 मेगावाट बिजली उत्पादन की शुरूआत बहुत जल्द होगी। जिसके तहत 2019-20 तक 2600 मेगावाट और 2022 तक शेष 1400 मेगावाट बिजली का उत्पादन किया जाएगा। इसी तरह टी0वी0एन0एल0 के साथ भी ज्वाइंट वैंचर बनाकर ओपेन बीड टेंडर निकाला जाएगा निकाल कर वहाँ भी कम से कम 1800 मेगावाट विद्युत उत्पादन की अलग से योजना है ताकि हमारा झारखण्ड पावर हब बन सके। मुख्यमंत्री ने कहा कि किसानों के लिए भी 3 फेज विद्युत आपूर्ति की जाएगी। अटल ग्रामीण विद्युत योजना के तहत यह प्रावधान किया गया है कि हर विधायक 50 गाँव ले और जहाँ सिंगल फेज लाईन है वहाँ 3 फेज लाईन डालकर उस गाँव में सभी ए0पी0एल0 एवं बी0पी0एल0 सभी परिवारों को देना और वहाँ 63/100 एम0वी0ए0 का ट्रांसफार्मर लगवाना सुनिश्चित करें। तिलका मांझी कृषि पम्प योजना अलग से चलेगी जिससे किसान को 6 से 8 घन्टा अलग फीडर से बिजली मिल सके, मुख्यमंत्री ने कहा कि आने वाले समय में 25/15/16 एम0वी0ए0 का ट्रांसफार्मर समाप्त कर 4 वर्ष के अन्दर हर गाँव में 100 और 63 एम0वी0ए0 का ट्रांसफार्मर लगा रहे और झारखण्ड के हर गाँव में 3 फेज लाईन डालकर विद्युत आपूर्ति हो इस सोच के साथ हमारी सरकार काम कर रही है।
श्री दास ने कहा कि विकास के लिये विद्युत बहुत जरूरी है। हर क्षेत्र में बिजली की जरूरत है। गाँवों में कृषि के लिए, उद्योग धंधों को चलाने के लिए, अर्थव्यवस्था मे निवेश को बढ़ाने के लिए, दैनिक जीवन में रोजमर्रा के कार्यों के लिए निर्बाध विद्युत आपूर्ति अत्यन्त आवश्यक है। नियमित बिजली देना हमारे लिए भी एक चुनौती है और उस चुनौती को हमारी सरकार ने स्वीकार किया है। 24*7 अबाध बिजली देना हमारी सरकार की प्राथमिकता है। उन्होंने कहा कि दीनदयाल उपाध्याय ग्राम ज्योति योजना का मुख्य उद्देश्य विद्युत संरचना में सुधार कर सम्पूर्ण ग्रामीण विद्युतीकरण के कार्यों को पूरा करना है और बी0पी0एल0 घरों में मुफ्त बिजली प्रदान करना है। साथ ही गुणवत्तापूर्ण बिजली की 24 घन्टे आपूर्ति कर पूरे प्रदेश को विकास की ओर ले जाना है।
मुख्यमंत्री ने कहा की पानी की समस्या सिर्फ घाटशिला ही नही पूरे देश की समस्या है। पिछले दो वर्षां से झारखण्ड में जितना जलवृष्टिहोनी चाहिये थी उतनी नहीं हुई, जिस वजह से पानी की समस्या विकराल रूप ले चुकी है। इस समस्या से निजात दिलाने दिलाने के लिये जमीनी स्तर पर काम हो रहा है। 2015-16 में ही योजना बनाओ अभियान के तहत् ग्रामीणों के साथ बैठक कर यह तय किया गया है कि डोभा, तालाब खुदवाने का काम सरकार करेगी। 15 जून तक 1 लाख डोभा और 2 हजार तालाब मशीन से खुदाई किए जाएंगे। मनरेगा के तहत 50 हजार तालाबों के जीर्णोद्धार का एवं निजी तालाबों के भी जीर्णोद्धार का कार्य सरकार करेगी।मुख्यमंत्री ने लोगों से अपील की कि सरकार और प्रशासन अपना कार्य कर रहा है। सभी लोग इस बात को समझें कि जल ही जीवन है अतः संकल्प लें कि 2016 का बरसात का पानी किसी कीमत में नदी नाले से होकर समुद्र में न जाए। इस अवसर पर जमशेदपुर संसंदीय क्षेत्र के सांसद विद्युत वरण महतो, पोटका विधायक, मेनका सरदार, घाटशिला विधायक लक्ष्मण टुडू, बहरागोड़ा विधायक कुणाल षाड़ंगी, उपायुक्त अमिताभ कौशल, वरीय पुलिस अधीक्षक अनूप टी मैथ्यू, जिला प्रशासन के पदाधिकारीगण एवं बिजली विभाग के पदाधिकारीगण तथा बड़ी संख्या में आम जनता उपस्थित थे।