संवाददाता.पटना. आगामी 12 मार्च को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के कई रेल परियोजनाओं का उद्घाटन करने के लिए प्रस्तावित कार्यक्रम के लिए आयोजन स्थल सुल्तानपुर(हाजीपुर) गांव के किसानों ने करीब 60 एकड में लगी बिना तैयार अपनी फसल को खेतों से काटने से इंकार कर दिया है.इसलिए नरेंद्र मोदी के कार्यक्रम के आयोजन के लिए निर्धारित स्थल में बदलाव किया जा सकता है.
वैशाली जिलाधिकारी रचना पाटिल ने बताया कि हमलोग इस मामले पर गौर कर रहे हैं. पूर्व मध्य रेल (इसीआर) के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी अरविंद कुमार रजक ने बताया कि विरोध के मद्देनजर वैकल्पिक आयोजन स्थल पर विचार किया जा रहा है.
जिलाधिकारी से वैकल्पिक आयोजन स्थल तलाशे जाने के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने इसे खारिज नहीं किया. इसीआर द्वारा आयोजित यह कार्यक्रम के दौरान प्रधानमंत्री गंगा नदी पर बने दीघा-सोनपुर रेल सह सडक पुल तथा मुंगेर में एक नया रेल पुल जनता को समर्पित करेंगे. इस अवसर पर रेल मंत्री सुरेश प्रभु और रेल राज्य मंत्री मनोज सिन्हा की उपस्थिति में प्रधानमंत्री कुछ ट्रेनों को भी हरी झंडी दिखाकर रवाना करेंगे.पीएम मोदी अब सुल्तानपुर के बजाए छौकिया में सभा को संबोधित करेंगे.
दरअसल, सुलतानपुर के किसानों के गुरुवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सभा का विरोध करते हुए खेतों से कच्ची फसल को काटने से इनकार कर दिया था. उनका कहना था कि लोकसभा व विधानसभा चुनाव के दौरान भी प्रधानमंत्री यहां पर आएं थे. उस दौरान भी उन्हें अपनी फसलों को काटना पड़ा था. इसके एवज में मुआवजा देने की बात कही गयी थी. लेकिन किसानों को आज तक मुआवजा नहीं मिला.
प्रधानमंत्री मोदी 12 मार्च को पटना हाईकोर्ट के शताब्दी वर्ष समापन समारोह में भाग लेने के लिए बिहार आने वाले है. इसी दिन वे वैशाली जिले के हाजीपुर में आयोजित एक कार्यक्रम में शामिल होंगे.