विकास कुमार.अरवल.समाहरणालय सभा कक्षा में जिला पदाधिकारी,आलोक रंजन घोष की अध्यक्षता में आपदा प्रबंधन की बैठक हुई, जिसमें उन्होनें सभी अंचल अधिकारी को निदेश दिया की बाढ के पूर्व तैयारी तथा संबंधित सुखाड़ से निपटने के लिए व्यापक स्तर पर कार्य किया जाय। उन्होने कहा की इस वर्ष अधिक वर्षा होने की संभावना है इसके लिए सभी अंचल अधिकारी सोन नदी और पुनपुन नदी के किनारे बसे हुए गांवों में विधवा, विकलांग, भूमिहीन, बच्चे की सूची तैयार कर रखे ताकि बाढ आने पर उस गाव से उन्हें हटाकर सुरक्षित स्थान पर रखा जा सके।
जल संसाधन विभाग के अभियंता को निदेश दिया गया कि नही के जल स्तर की वृद्धि की सूचना प्रतिदिन प्रतिवेदन के साथ देंगे। बाढ़ से निपटने के लिए प्रत्येक प्रखंड में 03 उॅंचे स्थल का चयन किया गया है। ताकि बाढ़ आने पर बाढ़ से प्रभावित लोगों को उॅचे स्थल पर रखा जाय। उस स्थल पर अस्थाई शौचालय एवं पानी की भी सूविधा रहेगी। जिला प्रबंधक, राज्य खादय निगम, को निदेश दिया गया की बाढ़ की स्थिति में खाद्यान्न उपलब्ध रखेंगे ताकि बाढ़ से प्रभावित लोगों को खाद्यान्न दिया जा सके।
अंचल अधिकारी अपने-अपने क्षेत्र में सरकारी एवं गैर सरकारी नावों की सूची तैयार करेंगे एवं नाव मालिकों से सम्पर्क स्थापित कर बाढ की स्थिति में सहायता प्रदान करने के लिए तैयारी रखें। अंचल अधिकार सभी गोताखोर एवं मछुआरो से सम्पर्क स्थापित कर बाढ़ से निपटने के लिए तैयार रखे। पेट्रॉल पम्प के मालिकों को निदेश दिया गया है कि बाढ़ की स्थिति से निपटने के लिए ईधंन सुरक्षित रखेंगे। नावों पर लोगो की बैठने की क्षमता का आकलन एम0वी0आई0 को करने का निदेश दिया गया ताकि बाढ़ की स्थिति में क्षमता के अनुसार से ही लोग नाव पर बैठे।
आज की बैठक में अपर समाहर्ता, उप विकास आयुक्त, जिला आपूर्ति पदाधिकारी, सभी अंचल अधिकारी एवं आपदा प्रबंधक के पदाधिकारिगण मौजुद थे।