संवाददाता.पटना.राजदेव की हत्या का मामला अभी ठंड़ा भी नहीं हुआ था कि द टेलिग्राफ के एसोसिएट मैनेजर को अपराधियों ने अपहरण करने का प्रयास किया. अपहरण में असफल होने पर जमकर मारपीट की और चलती गाड़ी से नीचे फेक दिया. एक तरफ राज्य सरकार कानून व्यवस्था की दम्भ भर रही है तो दूसरी तरफ अपराधी एक के बाद एक अंजाम देकर सुशासन को मुंह चिढ़ा रहे हैं.
राकेश अपना अखबार छपवाकर शिवाला से दफ्तर लौट रहे थे. इस दौरान सगुना मोड़ के पास कुछ अपराधियों ने यह कहते हुए गाड़ी को रोकवा दिया कि टक्कर मारी है. उसके बाद अपराधियों का विरोध करने पर राकेश को अपराधियों ने अपनी गाड़ी पर खींचकर बैठा लिया और पटना की ओर भागे. पटना की ओर भागने पर गाड़ी में बैठे अन्य सहकर्मियों ने ऑफिस में फोन कर जानकारी दी . तत्काल जानकारी मिलने के बाद ऑफिस के लोग चिंतित हो गए. इस बीच अपराधियों ने राकेश को गाडी में ही जमकर पीटाई करते रहें और उसकी जेब से एटीएम कार्ड छीनकर पीन नंबर लेकर राजाबार के पास पैसे निकाले. फिर बुद्ध मार्ग के पास डिवायडर से अपराधियों की गाड़ी टकरा गई. अपराधियों के पास दूसरा कोई चारा नहीं था. इसलिए गाड़ी छोड़कर भाग खड़े हुए. गाड़ी से उतरकर राकेश कोतवाली थाना गए. पुलिस ने गाड़ी को अपने कस्टडी में लेकर छानबीन प्रारंभ कर दी है.
जर्नलिस्ट यूनियन ऑफ बिहार ने इस घटना की निंदा करते हुए अपराधियों की शीघ्र गिरफ्तारी की मांग की है.यूनियन के अध्यक्ष शशिभूषण प्र. सिंह,वरिष्ठ सदस्य प्रमोद दत्त, सुधीर मधुकर, मोहन कुमार,मुकेश महान,निशिकांत आदि ने संयुक्त बयान में सरकार से सख्त कार्रवाई की मांग की है.