देहरादून. उत्तराखंड में मंगलवार को फ्लोर टेस्ट हो गया. कांग्रेस की ओर से हरीश रावत ने बहुमत मिलने का दावा किया है. वहीं, कांग्रेस की एक विधायक रेखा आर्य बागी होकर बीजेपी खेमे में शामिल हो गईं. फ्लोर टेस्ट के नतीजे अब सुप्रीम कोर्ट को सीलबंद लिफाफे में सौंपे जाएंगे. बुधवार को सुनवाई के दौरान यह खुलासा होगा कि फ्लोर टेस्ट में किसे जीत मिली है. रावत ने कहा- उम्मीद है कि अनिश्चितता के बादल छंट जाएंगे और स्थिति कल तक साफ हो जाएगी. ‘असेंबली के अंदर क्या हुआ, इस बारे में टिप्पणी नहीं करूंगा. लेकिन मैं सुप्रीम कोर्ट, लोकतांत्रिक ताकतों और उत्तराखंड के लोगों का शुक्रिया अदा करना चाहता हूं. मैं सभी देवी-देवताओं को धन्यवाद देना चाहता हूं.”
बीजेपी विधायक गणेश जोशी ने कहा कि हमने धनबल का प्रयोग नहीं किया. अगर हम ऐसा करते तो शायद हम भी बहुमत हासिल कर सकते थे. उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने धनबल का प्रयोग किया. यही वजह है कि आंकड़ों के खेल में हम सदन के अंदर हार गए. बीजेपी सैद्धांतिक रूप से विजयी हुई, लेकिन आंकड़ों के खेल में हार गई.
उत्तराखंड हाईकोर्ट ने फैसला दिया कि कांग्रेस के 9 बागी विधायक वोट नहीं दे सकेंगे. सुप्रीम कोर्ट ने इस पर मुहर लगा दी. बीएसपी ने कांग्रेस को सपोर्ट देने का एलान किया.
कांग्रेस की विधायक रेखा आर्य बीजेपी के खेमे में चली गईं. मंगलवार सुबह करीब साढ़े ग्यारह बजे फ्लोर टेस्ट की प्रोसिडिंग शुरू हुई। 2 घंटे के लिए प्रेसिडेंट रूल हटाया गया. वोटिंग के दौरान ऑब्जर्वर मौजूद रहे. कांग्रेस के 9 बागी विधायक वोट नहीं दे पाए. फ्लोर टेस्ट की वीडियोग्राफी की गई. नतीजों की रिपोर्ट सुप्रीम कोर्ट में सीलबंद लिफाफे में सौंपी जाएगी. सुप्रीम कोर्ट बुधवार को परिणाम की घोषणा करेगा. हालांकि, कांग्रेस ने जीत का दावा किया है. बीजेपी के एक एमएलए ने हार की बात मानी है.