सुधीरमधुकर.पटना . केजी मेडिकल विश्वविद्यालय ,लखनऊ ( उत्तरप्रदेश ) के फिजियोलॉजी विभाग द्वारा आयोजित राष्ट्रीय फिजियोलॉजी क्विज प्रतियोगिता में पटना एम्स के एमबीबीएस , प्रथम वर्ष’2015 बैच की छात्रा निकिता सुरोभी और छात्र रिषभ कुमार सिंह ने प्रथम स्थान हासिल कर अपने साथ साथ पटना एम्स का नाम देश में रौशन किया है |इस में दिल्ली एम्स को दूसरा और जोधपुर एम्स टीम को तीसरा स्थान मिला है |
प्रतियोगिता में कुल 17 मेडिकल इंस्टीच्यूट ,जिसमे पटना,दिल्ली ,जोधपुर ,भोपाल एम्स कॉलेज के अलावा एएमयू अलीगढ़,एलएलआरएम मेरुत आदि के साथ साथ केजी मेडिकल विश्वविद्यालय की दो-दो टीमें शामिल थी | इन दोनों छात्रो को कॉलेज में एक आयोजन कर सम्मानित किया गया |इस मौके पर एम्स के निदेशक डॉ.गिरीश कुमार सिंह , डॉ.संजीव कुमार के फिजियोलॉजी विभाग की डॉ.साधना शर्मा,डॉ.कमलेश झा,डॉ.योगेश,शैलजा तिवारी आदि मौजूद थे | निदेशक डॉ.सिंह ने अपने संबोधन में कहा कि पटना एम्स अपने स्थापना के मात्र चार वर्ष में एमबीबीएस के प्रथम वर्ष के छात्रों ने राष्ट्रीय स्तर पर पटना एम्स को पहला स्थान दिला कर साबित कर दिया है कि इस कॉलेज में बेहतर शिक्षा दी जाती है | आगामी दिसंबर’2016 केएमबीबीएस फाइनल परीक्षा में भी पटना एम्स राष्ट्रीय स्तर पर एक मिशाल कायम करेगी ऐसा मुझे विश्वास है | जिसकी नीव इन दोनों छात्रों ने रख कर दी है |इस मेडिकल कॉलेज में शिक्षा तीन स्तर टीचिंग,डूईंग और प्रक्टिकल के रूप में दिया जाता है | यहाँ के छात्र पीछे की पढाई को यू ट्यूब पर भी बार देख कर सीखते रहते हैं | निकिता और रिषभ ने बताया कि इस मुकाम तक पहुँचने में एम्स पटना के निदेशक के देखरेख में शिक्षकों द्वारा दी जाने वाली बेहतर शिक्षा है | निकिता नालंदा की रहने वाली है | इस से पहले डीपीएस रांची की छात्रा थी | इन के पिता अरविन्द प्रसाद चीफ विजिलेंस ,सीसीएल रांची में कार्यरत हैं |निकिता बचपन से डाक्टर बन कर गरीबों की सेवा को प्राथमिकता देने की सपने देख रही है | रिषभ रामहौली,बिदुपुर ,हाजीपुर निवासी एवं एयरफोर्स से सेवानिवृत सुशील कुमार का पुत्र है ,जो आर्मी स्कूल रांची का छात्र था | इस का और इस के पिता का सपना है ,डॉ.बनकर गाँव में ही अस्पताल खोल कर खासकर गरीब रोगियों का बेहतर मेडिकल सुविधा दें |