संवाददाता.जमशेदपुर.पंचायती राज के जनप्रतिनिधियों का बहुत महत्व है.वे गांवों को बदल सकते हैं.और गांव बदलेगा तभी देश बदलेगा.ग्रामोदय से भारत उदय’ अभियान के आखिरी दिन राष्ट्रीय पंचायती राज दिवस पर जमशेदपुर में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जनप्रतिनिधियों को संबोधित करते हुए कहा कि आप सब ग्रामोदय का बीड़ा उठाइए.संकल्प किजिए.गांधी के सपनों का देश बनाना है.करीब 3000 पंचायत रिप्रेजेंटेटिव्ज की मौजूदगी में पीएम ने कहा, ”सामान्य रूप से पंचायत राज दिवस दिल्ली के विज्ञान भवन में हुआ करता था. कुछ प्रतिनिधि आते थे. मान-सम्मान, यही परंपरा चलती थी. हमारी कोशिश रही है कि भारत सरकार को दिल्ली से निकाल कर देश के विभिन्न इलाकों में ले जाया जाए.
जमशेदपुर स्थित जेआरडी स्टेडियम में आयोजित पंचायती राज महासम्मेलन में मोदी ने कहा कि गांवों को आगे बढ़ाने का संकल्प आज पूरे देश में दिख रहा है. पंचायत में बैठे प्रतिनिधि ये संकल्प करें कि पांच साल में गांव को मैं कुछ ऐसा दें कि आने वाली पीढ़ी भी याद करें. यहां काफी जनप्रतिनिधी बैठे हुए हैं. उसमें 40 प्रतिशत महिलाएं हैं. मैं इन महिलाओं से कहना चाहता हूं कि आपके गांव ने आप पर भरोसा रखा है. क्या आप अपनी पंचायत में नेतृत्व करके परिवर्तन ला सकती हो? पीएम ने कहा आज भी अगर हमारी मां-बहनों को खुले में शौच जाना पड़े, तो इससे ज्यादा शर्मिंदगी की बात और कोई नहीं. हम आपके लिए शौचालय बनाते रहेंगे. आप तय करें कि मध्यान भोजन बच्चों के पेट में जाता है या नहीं. एक और काम के लिए आपसे अपेक्षा है. गरीबी रेखा से नीचे जीने वाली पांच महिलाएं हर वर्ष उनकी प्रसूति का समय आता होगा. यह तय करें कि उस मां को अच्छा खाना मिले. क्या गांव इसकी जिम्मेदारी उठा सकता है
पीएम ने आपने भाषण में ग्रामीण विकास व पंचायती राज से जुड़े लगभग हर योजनाओं की चर्चा की और जनप्रतिनिधियों से उसके लिए जनजागरण आभियान चलाने का आग्रह किया.सड़क-बिजली से लेकर सफाई आभियान,मध्यान्ह भोजन,घर घर शौचालय,कृषि व सिंचाई,जल संग्रह आदि पर चर्चा करते हुए अपील की कि हर योजनाओं के लिए जागरण अभियान चलाएं.
कार्यक्रम को झारखंड के सीएम रघुवर दास,केन्द्रीय ग्रामीण विकास मंत्री चौधरी वीरेन्द्र सिंह ने भी संबोधित किया.
इधर, राज्य सरकार की पॉलिसियों के खिलाफ आदिवासी-मूलवासी जनाधिकार मंच ने झारखंड बंद कर रखा था. झामुमो ने भी बंद का एलान किया था. बंद समर्थकों ने एक बस और एक ट्रक में आग लगा दी. आदिवासी-मूलवासी जनाधिकार मंच और झामुमो पीएम के इस प्रोग्राम का विरोध कर रहे थे. जमशेदपुर, रांची, कोल्हान, बोकारो, धनबाद समेत राज्य के कई शहरों में प्रदर्शनहुए.प्रोग्राम में शामिल होने जा रही पंचायत रिप्रेजेंटेटिव्ज की कई बसें इन सड़क जाम में फंस गई.